नई दिल्लीः कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री शकील अहमद का निलंबन रद्द कर दिया है। पिछले साल लोकसभा चुनाव में बिहार में UPA उम्मीदवार के खिलाफ एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने के बाद उन्हें कांग्रेस से निलंबित कर दिया गया था।
कांग्रेस अतंरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं बिहार से ताल्लुक रखने वाले वरिष्ठ नेता शकील अहमद का निलंबन रद्द कर दिया है। पार्टी महासचिव मोतीलाल वोरा की ओर से जारी एक बयान में इसकी जानकारी दी गई है।
पिछले साल लोकसभा चुनाव में शकील अहमद ने बिहार में महागठबंधन के उम्मीदवार के खिलाफ मधुबनी सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था। इसके बाद उन्हें छह साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया गया था। उन्होंने पिछले साल सितंबर में सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। इसके बाद से ही उनकी वापसी के कयास लगाए जा रहे थे।
कांग्रेस के पूर्व महासचिव शकील अहमद सोनिया गांधी से मुलाकात की थी, जिससे इस बात की अटकलें तेज हो गई थी कि पार्टी से उनका निलबंन जल्द खत्म किया जा सकता है। लोकसभा चुनाव में बिहार की मधुबनी सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने के करण अहमद को पार्टी से छह साल के लिए निलंबित कर दिया गया था।
सोनिया से मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर अहमद ने कहा, ‘‘यह शिष्टाचार मुलाकात थी। सोनिया जी मेरी नेता हैं और मैं अपनी नेता से मिलने आया था। मैं कभी कांग्रेस से बाहर नहीं गया।’’ शकील अहमद मधुबनी लोकसभा सीट से साल 1998 और 2004 में सांसद रह चुके हैं। उन्होंने 2004 में मनमोहन सिंह सरकार में संचार, सूचना प्रौद्योगिकी और गृह राज्य मंत्री का कार्यभार संभाला।