पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान एक से दो दिनों में हो सकती है. ऐसे में विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री और जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने खुद कमान संभाल ली है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज से जदयू ऑफिस में पार्टी के समर्पित नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात का सिलसिला शुरू कर दिया है. कोरोना काल के बाद ऐसा पहली बार होगा जब मुख्यमंत्री अपने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से वन टू वन मीटिंग शुरू किया है.
जदयू सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक मुख्यमंत्री आज पार्टी के हार्डकोर नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात किया है. अपने कार्यकर्ताओं को आखिरी मूल मंत्र देने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें बुलाया था. मुख्यमंत्री तकरीबन 2 घंटे तक जदयू कार्यालय में रहे और इस दौरान वह चुनाव और संगठन को लेकर नेताओं कार्यकर्ताओं से संवाद किया.
पांच सालों में किए कामों की समीक्षा अपने कार्यकर्ताओं के माध्यम से कर रहे हैं
माना जा रहा है कि नीतीश कुमार चुनाव से ठीक पहले सरकार द्वारा बिहार में पिछले पांच सालों में किए कामों की समीक्षा अपने कार्यकर्ताओं के माध्यम से कर रहे हैं, ताकि इलाके का सही फीडबैक उन्हें मिल सके. पार्टी के दिन चुनिंदा कार्यकर्ताओं से नीतीश कुमार को मुलाकात करना है उनको फोन करके दफ्तर बुलाया जा रहा है.
बताया जाता है कि फीडबैक के साथ साथ मुख्यमंत्री उन्हें आखिरी जीत का मूल मंत्र दे रहे हैं, जिसके सहारे पार्टी कार्यकर्त्ता जीत की सीढ़ी तैयार कर सकें.दरअसल, विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार लोगों से कोरोना महामारी के दौरान किए गए राहत और बचाव को लेकर भी सरकार के कामों की जानकारी लेना चाह रहे हैं, ऐसे में गिने चुने लोगों के साथ मुख्यमंत्री की ये मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है. नीतीश कुमार ने चुनाव का बिगुल बजने से पहले ही अपने कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेना शुरू किया था और इसकी बानगी वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये जिलावार कार्यकर्ताओं की बैठक से मिला था.
अब तक संगठन और चुनाव जैसे मुद्दों पर पार्टी के दूसरे नेताओं पर भरोसा करने वाले नीतीश कुमार इस बार खुद इन जिम्मेदारियों को उठा रहे हैं. मुख्यमंत्री नहीं चाहते हैं कि नेताओं और पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ उनके संबंधों में कोई दूसरा हो.
मुख्यमंत्री चुनाव की तैयारियों और संगठन की स्थिति जनता के मिजाज को लेकर सीधा फीडबैक लेना चाहते हैं. कोराना काल के दौरान बड़ी तादाद में नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए वक्त मांगा था और अब उसी के मुताबिक मुख्यमंत्री जदयू कार्यालय में वन टू वन संवाद के लिए उपलब्ध होंगे.