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LJP का चुनाव आयोग को पत्र- कोरोना और बाढ़ को देखते हुए बिहार में चुनाव टाला जाए

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: July 31, 2020 20:49 IST

लोजपा ने चुनाव आयोग से कहा कि अक्टूबर-नवंबर तक कोविड-19 महामारी के अधिक गंभीर होने की आशंका, उस समय बिहार चुनाव कराने से लोगों का जीवन खतरे में पड़ जायेगा।

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ठळक मुद्देअभी विधानसभा चुनाव नहीं कराने को कहा, जब राज्य कोविड-19 और बाढ़ से प्रभावित है।पत्र में संजय यादव का जिक्र करते हुए कहा है कि खबरों में दावा किया गया है कि वीडिया में दिख रहा व्यक्ति नशे में धुत था। जद(यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में चिराग पासवान ने कहा " शराबबंदी आपकी एक महत्वकांक्षी योजना है।

नई दिल्ली/पटनाःभाजपा की सहयोगी लोजपा ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर ऐसे में अभी विधानसभा चुनाव नहीं कराने को कहा, जब राज्य कोविड-19 और बाढ़ से प्रभावित है।

लोजपा ने चुनाव आयोग से कहा कि अक्टूबर-नवंबर तक कोविड-19 महामारी के अधिक गंभीर होने की आशंका, उस समय बिहार चुनाव कराने से लोगों का जीवन खतरे में पड़ जायेगा। भाजपा की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर बिहार विधानसभा चुनाव अक्टूबर-नवंबर में नहीं कराने की मांग की है और कहा है कि महामारी के हालात में चुनाव कराना जानबूझकर लोगों को मौत की तरफ धकेलने के समान होगा।

लोजपा ने कहा कि इस समय संसाधनों का इस्तेमाल कोविड-19 संकट से निपटने में तथा राज्य में बाढ़ से निपटने में होना चाहिए, न कि चुनाव कराने में। पार्टी ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी पहले ही खतरनाक स्वरूप ले चुकी है और जानकारों का मानना है कि अक्टूबर-नवंबर में यह और खतरनाक स्तर पर हो सकती है, इसलिए इस समय प्राथमिकता लोगों की जान बचाने की होनी चाहिए, न कि चुनाव कराने की। चुनाव कराने के संबंध में लोजपा का रुख राजग में भाजपा की अन्य सहयोगी जदयू के विपरीत है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली जदयू ने समय पर चुनाव कराने की वकालत की है और इसकी तैयारियों के सिलसिले में पार्टी संगठन स्तर पर बैठकें भी कर रही है। भाजपा का कहना है कि चुनाव की तारीखों पर कोई भी फैसला चुनाव आयोग का विशेषाधिकार है, वहीं बिहार में मुख्य विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर चुनाव टालने की मांग कर चुका है।

आयोग ने चुनाव कराने पर सभी दलों के विचार पूछे हैं। लोजपा ने कहा कि चुनाव कराने के लिए एक बड़ी आबादी की जान को खतरे में डालना पूरी तरह अनुचित है। उसने कहा कि देश में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण से 35 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें 280 मामले बिहार के हैं। उसने चुनाव आयोग से कहा, ‘‘ऐसे हालात में चुनाव कराना जानबूझकर लोगों को मौत की ओर धकेलने के समान होगा।’’ पार्टी ने कहा है कि बिहार का बड़ा हिस्सा बाढ़ से भी बुरी तरह त्रस्त है।

 

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