अमित शाह आज मिलेंगे मोहन भागवत से, तय होंगी नई रणनीतियां
By स्वाति सिंह | Published: March 4, 2018 05:36 AM2018-03-04T05:36:00+5:302018-03-04T05:37:15+5:30
बीजेपी ने त्रिपुरा में पहली बार जीत का परचम लहराया है और इस तरह असम, मणिपुर और नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश के बाद त्रिपुरा में भी बीजेपी और उनके अन्य सहयोगी के गठबंधन की सरकार बनने जा रही है।
नई दिल्ली, 4 मार्च: नार्थ-ईस्ट में ऐतिहासिक जीत के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत से मिलेंगे। इस मुलाकात में अमित शाह आरएसएस प्रमुख भागवत को पूर्वोत्तर में पार्टी के प्रदर्शन से अवगत कराएंगे। इसके साथ ही आगे की रणनीतियों पर भी चर्चा की गुंजाईश है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक शायद अमित शाह संघ प्रमुख से कुछ बदलावों के बारे में विचार विमर्श कर सकते हैं।
बीजेपी ने त्रिपुरा में पहली बार जीत का परचम लहराया है और इस तरह असम, मणिपुर और नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश के बाद त्रिपुरा में भी बीजेपी और उनके अन्य सहयोगी के गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। बता दें कि बीजेपी को यहां तक पहुंचाने में अमित शाह की अहम भूमिका है। अमित शाह के नेतृत्व में फिलहाल बीजेपी देश के 21 राज्यों में सत्ता में है। इसलिए संघ प्रमुख और अमित शाह की मुलाकात को अहम माना जा रहा है, क्योंकि यहां भविष्य की रणनीतियां तय हो सकती हैं।
त्रिपुरा की जीत बीजेपी के लिए बहुत मायने रखती है। यहां बीजेपी की दो साल की मेहनत का नतीजा दिखा है। गौरतलब है कि 2013 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को त्रिपुरा में एक भी सीट नहीं मिली थी जबकि कुल मतों का सिर्फ 1.5 फीसदी ही वोट बीजेपी को मिले थे। जबकि इस चुनाव में बीजेपी को 43 फीसदी मत मिले हैं। वहीं, आईपीएफटी को 7.5 फीसदी वोट मिले हैं। ढाई दशक प्रदेश की सत्ता में रही माकपा को 42.8 फीसदी मतों के साथ 14 सीटों पर जीत मिली है जबकि दो सीटों पर माकपा के उम्मीदवार ही बढ़त बनाए हुए थे। वाम मोर्चे को पिछले चुनाव में 50 सीटों पर जीत मिली थी जबकि 10 सीट कांग्रेस के खाते में गई थीं। कांग्रेस को इस बार महज 1.8 फीसदी वोट मिले हैं और पार्टी जीत का खाता नहीं खोल पाई।