लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में गरमाया आरक्षण का मुद्दा, बीजेपी को झेलना पड़ रहा है सवर्णों का गुस्सा

By एस पी सिन्हा | Published: October 6, 2018 06:16 PM2018-10-06T18:16:38+5:302018-10-06T18:17:27+5:30

बताया जाता है कि उपमुख्यमंत्री ने कल्पना भी नहीं कि होगी कि उन्हें सवर्णों की नाराजगी इस कदर झेलनी पड़ेगी।

Before the Lok Sabha elections in bihar,issue of reservation BJP | लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में गरमाया आरक्षण का मुद्दा, बीजेपी को झेलना पड़ रहा है सवर्णों का गुस्सा

लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में गरमाया आरक्षण का मुद्दा, बीजेपी को झेलना पड़ रहा है सवर्णों का गुस्सा

पटना,6 अक्टूबर:बिहार में इन दिनों भाजपा नेताओं को सवर्णों का गुस्सा झेलना पड़ रहा है। आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग जोर-शोर से उठ रही है। इसी क्रम में सीतामढ़ी में सूबे के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को गरीब जनक्रांति पार्टी के कार्यकर्ताओं का विरोध झेलना पड़ा। सुशील कुमार मोदी को सीतामढ़ी में काले झंडे दिखाए गए हैं। सवर्ण सेना से जुडे लोगों ने मोदी को काले झंडे दिखाए और उनका विरोध किया। 

बताया जाता है कि उपमुख्यमंत्री ने कल्पना भी नहीं कि होगी कि उन्हें सवर्णों की नाराजगी इस कदर झेलनी पड़ेगी। लेकिन गरीब जनक्रांति पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सीतामढी जिले के कोआही चौक पर गरीबी के आधार पर आरक्षण एवं समान शिक्षा प्रणाली की मांग को लेकर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को काला झंडा दिखाया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने स्याही फेंक कर उप मुख्यमंत्री का विरोध जताया। 

जिले में घुसते ही पुरजोर विरोध को देख उप मुख्यमंत्री मोदी गाडी बदल-बदल कर सभा स्थल तक पहुंचे। सबसे पहले उप मुख्यमंत्री को रुन्नीसैदपुर में गरीब क्रांति पार्टी के कार्यकर्ताओं ने स्याही फेक विरोध जताया। जिसके बाद जिला मुख्यालय में प्रवेश करने से पहले ही उप मुख्यमंत्री सफेद रंग की बस में सवार रीगा रॉड स्थित द्वारिका पैलेस पहुंचे। हालांकि इस दौरान भी उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा। शहर में करनी सेना, युवा शक्ति व फुटपाथ विक्रेता संघ के कार्यर्ताओं ने भी सुशील मोदी का विरोध किया।

यहां बता दें कि इससे पहले बिहार में कई नेताओं को सवर्णों का विरोध झेलना पडा है। केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव, ललन सिंह, श्याम रजक, केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे और विजय सिन्हा को भी सवर्ण संगठनों ने काले झंडे दिखाकर विरोध जताया है। उल्लेखनीय है कि सवर्ण आंदोलन के दौरान पटना में पुलिस द्वारा लाठीचार्ज के विरोध में सवर्ण संगठन पूरे राज्य में नेताओं का विरोध कर रहे है। सीतामढ़ी के पहले भी सुशील मोदी को बिहार के ही दरभंगा में भी विरोध का सामना करना पडा था।

काला झंडा दिखाने के बाद सीतामढी में सुशील मोदी वापस जाओ के नारे लगे। लोग विरोध के दौरान एससी-एसटी एक्ट को वापस लेने की मांग कर रहे थे। सवर्ण सेना के युवा नेता भागवत शर्मा ने बताया कि विरोध का ये दौर लगाताच चलता रहेगा और हम किसी भी कीमत पर अपने समाज के साथ हो रहे अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
 

Web Title: Before the Lok Sabha elections in bihar,issue of reservation BJP

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