बिहार में विधानसभा चुनावः RJD को झटका, एक के बदले जदयू ने दिया तीन से जवाब, तीर से लालटेन पर वार
By एस पी सिन्हा | Updated: August 17, 2020 17:22 IST2020-08-17T17:22:40+5:302020-08-17T17:22:40+5:30
श्याम रजक के राजद में जाने का जवाब जदयू ने तीन विधायकों को अपने दल में शामिल कराकर राजद को एक करारा झटका दे दिया है. यहां बता दें रविवार को ही राजद से निष्कासित तीन विधायकों में से दो ने आज जदयू का दामन थाम लिया.

जदयू के वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार के मंत्री विजेंद्र यादव के साथ-साथ मंत्री श्रवण कुमार की मौजूदगी में सदस्यता दिलाई गई. (file photo)
पटनाःबिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक देख अब पाला बदलने का दौर शुरू हो गया है. राजद ने जहां एक विधायक को तोड़ अपने पाले में लाने में सफलता पाई तो जदयू ने एक के बदले तीन विधायकों को अपने पाले में लाकर नहले-पे-दहला दे दिया है.
थोड़ी देर पहले बिहार सरकार के पूर्व मंत्री श्याम रजक के राजद में शामिल हुए थे, श्याम रजक के राजद में जाने का जवाब जदयू ने तीन विधायकों को अपने दल में शामिल कराकर राजद को एक करारा झटका दे दिया है. यहां बता दें रविवार को ही राजद से निष्कासित तीन विधायकों में से दो ने आज जदयू का दामन थाम लिया.
इसके अलावा सासाराम के राजद विधायक अशोक कुशवाहा भी आज ही जदयू में शामिल हो गए. उन्हें जदयू कार्यालय में मंत्री विजेंद्र यादव ने पार्टी में शामिल किया. रविवार को राजद से निष्कासित विधायक फराज फातमी पटना से बाहर होने के कारण सोमवार को जदयू में शामिल नहीं हो पाये.
हालांकि, वह भी जदयू में ही आने वाले हैं. राजद से बाहर किए गए दो विधायक महेश्वर प्रसाद यादव और प्रेमा चौधरी ने आज जदयू की सदस्यता ले ली है. प्रदेश कार्यालय में इन विधायकों को जदयू के वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार के मंत्री विजेंद्र यादव के साथ-साथ मंत्री श्रवण कुमार की मौजूदगी में सदस्यता दिलाई गई. इसतरह से विधायकों व नेताओं का पाला बदलना जारी है. सभी दल अपने-अपने विधायकों व अन्य नेताओं पर नजर रख रहे हैं.
यहां उल्लेखनीय है कि राजद के विधायक महेश्वर यादव, प्रेमा चौधरी और फराज़ फातमी को पार्टी ने रविवार को निष्कासित कर दिया था. राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बताया था कि पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के निर्देश पर तीनों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निकाला गया है.
इस अवसर पर महेश्वर यादव ने कहा के वे चार साल से नीतीश कुमार की तारीफ कर रहे थे. उन्हें तो उसी समय निकाल देना चाहिए था. जबकि प्रेमा चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार ने आधी आबादी को सम्मान दिया है. इस अवसर पर अशोक कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार ने कुशवाहा समाज को राजनीति में सम्मान दिया है. उन्होंने जगदेव बाबू को सबसे अधिक सम्मान दिया. उनके कार्यकाल में विकास के काफी काम हुए हैं.