राजस्थान में चल रहा सियासी संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है इस बीच शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की। राजनीतिक उठापटक के बीच अशोक गहलोत ने 102 विधायकों के समर्थन का दावा किया।
सियासी उठापटक के बीच सीएम अशोक गहलोत कोरोना वायरस महामारी से बचाव के लिए हाथ सेनिटाइज करना नहीं भूले। अशोक गहलोत जब राज्यपाल कलराज मिश्रा के आवास पहुंचे तो उन्होंने राज्यपाल का का हाथ सेनिटाइजर से साफ कराया। इस दौरान दोनों नेता मास्क लगाए नजर आए।
गहलोत 2 बीटीपी विधायकों के समर्थन के बाद पहुंचे राजभवन
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शनिवार को भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के 2 विधायकों के समर्थन के बाद राज्यपाल से मिले और 102 विधायकों के समर्थन का दावा किया।
बीटीपी विधायकों के समर्थन के बाद अशोक गहलोत ने किया ट्वीट
अशोक गहलोत ने ट्वीट में कहा, "भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के दोनों विधायकों ने उनकी प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारियों के साथ मुलाकात कर और अपने मांगपत्र के साथ चर्चा कर सरकार को समर्थन देने की घोषणा की।"
राजनीतिक संकट के बीच बीटीपी विधायकों ने किया समर्थन
राज्य के मौजूदा राजनीतिक संकट के बीच इन विधायकों ने पहली बार खुलकर यह बात कही है। इन विधायकों ने शनिवार को यहां कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की। बीटीपी विधायक राजकुमार रोत एवं रामप्रसाद इस अवसर पर भी मौजूद थे।
इन विधायकों ने कहा कि उनके पार्टी अध्यक्ष एवं अन्य वरिष्ठ नेताओं ने राज्य की अशोक गहलोत सरकार को सशर्त समर्थन देने पर सहमति जताई है। बीटीपी के विधायक एवं प्रदेश पदाधिकारी बाद में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी मिले।
बागी विधायकों पर 21 जुलाई तक कार्रवाई नहीं
राजस्थान में पिछले 8 दिनों से राजस्थान की राजनीति में मचे घमासान के बीच विधानसभाध्यक्ष द्वारा सचिन पायलट और उनके समर्थक 18 कांग्रेस के विधायकों को नोटिस दिये जाने के मामले में आज हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश इन्द्रजीत मोहंती और जस्टिस प्रकाश गुप्ता की बेंच ने सुनवाई करते हुए राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष को सचिन पायलट और उनके समर्थक 18 विधायकों को जारी किये गये नोटिस पर 21 जुलाई तक कोई भी कार्रवाई न करने के निर्देश दिये हैं।