अरुण जेटली ने तैयार किया था आर्टिकल 370 हटाए जाने संबंधी मसौदा, पत्नी संगीता जेटली ने किया खुलासा
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: August 7, 2020 07:39 AM2020-08-07T07:39:00+5:302020-08-07T07:39:00+5:30
विशेष प्रावधान हटाए जाने की पहली वर्षगांठ के मौके पर जम्मू-कश्मीर की जनता को बधाई देते हुए एक वीडियो संदेश में संगीता जेटली ने यह बात कही.
भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में विभिन्न मंत्रालय संभाल चुके दिवंगत अरुण जेटली की पत्नी संगीता जेटली ने खुलासा किया है कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के विशेष प्रावधान हटाए जाने संबंधी विधेयक का मसौदा जेटली ने तैयार किया था. संगीता जेटली ने कहा, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अरुण जेटली को अनुच्छेद 370 और 35-ए के विशेष प्रावधान हटाए जाने संबंधी विधेयक का ऐसा मसौदा तैयार करने के लिए कहा था, जो सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दिए जाने की स्थिति में सभी कानूनी पहलुओं पर खरा उतरता हो.''
विशेष प्रावधान हटाए जाने की पहली वर्षगांठ के मौके पर जम्मू-कश्मीर की जनता को बधाई देते हुए एक वीडियो संदेश में संगीता जेटली ने यह बात कही. उल्लेखनीय है कि संगीता जेटली के पिता गिरधारीलाल डोगरा कांग्रेस के दिग्गज नेता थे. जम्मू-कश्मीर का सबसे लंबे समय तक वित्त मंत्री रहने का रिकॉर्ड डोगरा के नाम पर है. संगीता जेटली ने कहा, ''इस विधेयक को गृह मंत्री अमित शाह ने बेहद प्रभावी तरीके से क्रियान्वित किया. यह समूची प्रक्रिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुई.''
जम्मू-कश्मीर का संविधान पढ़ने में डूबे रहते थे
विधेयक पेश किए जाने से कुछ दिन पहले की घटनाओं की जानकारी देते हुए संगीता जेटली ने कहा, ''मैंने पाया कि अरुणजी जम्मू-कश्मीर का संविधान पढ़ने में डूबे रहते थे. मैंने उनसे पूछा कि इतने जाने-माने वकील होने के बाद भी आप जम्मू-कश्मीर का संविधान बार-बार क्यों पढ़ रहे हैं? इसके जवाब में उन्होंने बताया कि अनुच्छेद 370 के विशेष प्रावधानों को हटाया जाना है.''
संगीता जेटली ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और अरुण जेटली के बीच एक बैठक में तय किया गया था कि पुख्ता कानूनी आधार वाले विधेयक का मसौदा बनाकर अनुच्छेद 370 के विशेष प्रावधानों को हटाया जाए. जेटली वही कर रहे थे.
विकास के द्वार खुले
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के विशेष प्रावधान हटाए जाने की पहली वर्षगांठ पर संगीता जेटली ने कहा कि अब राज्य में चहुंमुखी विकास के द्वार खुल गए हैं. जम्मू अब शिक्षा का केंद्र बन गया है. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में निवेश आना शुरू हुआ है और स्थानीय उद्योग समृद्ध हो रहे हैं.