लखनऊ, 28 मार्चः समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर देश की सबसे बड़ी जातिवादी पार्टी होने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि वह बसपा के साथ गठबंधन के जरिये भाजपा का फार्मूला उसी के खिलाफ लगाने जा रहे हैं और इस पार्टी को हराने के लिये वह ज्यादा 'तजुर्बा' रखने वाले अपने साथी के लिये त्याग करने को तैयार हैं।
अखिलेश ने विधान परिषद में वर्ष 2018-19 के बजट पर सामान्य चर्चा में हिस्सा लेते हुए सपा-बसपा के तालमेल का जिक्र किया और कहा 'देश में सबसे बडी जातिवादी पार्टी अगर कोई है तो वह भारतीय जनता पार्टी है। आप (भाजपा) हम पर जातिवादी होने का आरोप लगाते हैं। जो आपने किया, वही हमने सीखा। जो फार्मूला आपने तैयार किया, वही फार्मूला हम आपके खिलाफ लगाने जा रहे हैं। अब सपा और बसपा एक हो गये हैं। अब आपकी कोशिश हमें तोड़ने की होगी। कभी गेस्ट हाउस कांड याद दिला रहे हैं। कभी कुछ याद दिला रहे हैं। मुझे खुशी है कि जो जवाब मुझे देना चाहिये था, वह बसपा की नेता (मायावती) ने दे दिया है। अब ये (भाजपा) हर लड़ाई में हार जाएंगे।'
उन्होंने कहा कि हममें झगड़ा कराने के लिये भाजपा ने क्या नहीं किया। उनका (बसपा) राज्यसभा प्रत्याशी हरवा दिया। हम समाजवादियों का दिल इतना बड़ा है कि अगर कुछ देना पड़ेगा तो आगे चलकर दे देंगे। सपा प्रमुख ने बसपा के साथ गठबंधन के भविषय के लिहाज से महत्वपूर्ण बयान देते हुए कहा, 'हम तो यह कहते हैं कि जब आपको हराना होगा तो जिसमें ज्यादा तजुर्बा होगा, उनके लिये हम त्याग कर देंगे। हमारा क्या जाता है। हमारी लडाई तो आपसे है क्योंकि आपने हमें जातिवादी बना दिया। मैं भाजपा का धन्यवाद दूंगा कि आपने हमें पिछडा बना दिया। हम काम करते-करते खुद को फॉरवर्ड समझने लगे थे, हम गलतफहमी में थे।'
उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और सत्तापक्ष के अन्य सदस्यों की तरफ इशारा करते हुए अखिलेश ने कहा 'इसे (गठबंधन) तोड़कर दिखाए। अगर नहीं तोड़ सके तो जान लो कि दोबारा सदन में नहीं आ पाओगे। वह बसपा नेता का फिर धन्यवाद करना चाहते हैं। साथ ही पीस पार्टी समेत तमाम सहयोगियों का भी शुक्रिया, जिन्होंने मिलकर गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में भाजपा को हराकर पूरे देश में एक संदेश दिया।'
उन्होंने कहा कि भाजपा के विधायक, मंत्री या चाहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हो, सभी भाषा की मर्यादा भूल गये हैं। योगी इतना बौखला गये कि सपा और बसपा को सांप-छछूंदर कह दिया। यह एक मुख्यमंत्री की भाषा नहीं हो सकती। योगी ने सदन में कहा कि मैं हिन्दू हूं और मुझे इस पर गर्व है, तो क्या मुझे गर्व नहीं है। हम ऐसे ‘बैकवर्ड प्रोग्रेसिव हिन्दू‘ हैं, जिनका कोई मुकाबला नहीं है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा परिवारवाद को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करती है। मुख्यमंत्री योगी आखिर कैसे उस मठ (गोरक्षपीठ) के मुखिया बने। अगर परिवारवाद नहीं होता तो शायद वह भी मठ के मुखिया ना बन पाते। आज अखबार में मेरी सम्पत्ति की सीबीआई जांच कराने और सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां के खिलाफ मुकदमे खोलने की बात छपी है। सरकार आखिर यह क्यों कर रही है। यह राजनीति का व्यवहार नहीं है।
सपा अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश में दो ‘डिफेंस कॉरीडोर’ बनाये जाने की योजना का जिक्र करते हुए कहा कि जो लोग राजनीतिक द्वेषवश विकास योजनाओं की अनुमति रोकते हैं, वे भला ‘डिफेंस कॉरीडोर’ क्या बनाएंगे। ये गलियारा बनाने की शुरूआत बसपा सरकार के कार्यकाल में हुई थी। उसके बाद सपा की सरकार को रक्षा मंत्रालय ने आगे काम कराने की इजाजत ही नहीं दी।
उन्होंने किसानों की कर्जमाफी, युवाओं को रोजगार, कानून व्यवस्था, बिजली तथा स्मार्ट सिटी समेत अनेक मुद्दों पर सरकार को जमकर घेरा और कहा कि सरकार ने समाज के हर वर्ग को धोखा दिया है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिये प्रदेश की योगी सरकार द्वारा पेश किये गये बजट से कुछ भला नहीं होने वाला। जनता ने दिल्ली के पांच बजट और उत्तर प्रदेश के दो बजट देख लिये हैं। जब जनता को मौका मिलेगा तो वह आपको सबक सिखा देगी।