झारखंड: गिरिडीह से NDA ने सुदेश महतो को दिया टिकट, जानें विधायक से उपमुख्यमंत्री तक का सफर
By पल्लवी कुमारी | Published: March 20, 2019 07:13 AM2019-03-20T07:13:07+5:302019-03-20T07:13:07+5:30
आजसू पार्टी अध्यक्ष सुदेश महतो झारखंड के उपमुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। सुदेश झारखंड के सिल्ली विधानसभा में विधायक रह चुके हैं। इससे पहले भी वे झारखंड क्रिकेट एसोशिएशन का चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन उसमें जीत नहीं पाए थे।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने लोकसभा 2019 के लिए झारखंड में आजसू पार्टी के साथ गठबंधन की है। बीजेपी झारखंड के 14 लोकसभा सीटों में से 13 लोकसभा सीट पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। वहीं, आजसू सिर्फ एक लोकसभा सीट गिरिडीह से चुनाव लड़ेगी। हालांकि बीजेपी ने अभी उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। लेकिन गिरिडीह लोकसभा सीट से इस बार आजसू प्रमुख सुदेश महतो चुनावी मैदान में उतरेंगे। सुदेश महतो झारखंड के उपमुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। सुदेश झारखंड के सिल्ली विधानसभा में विधायक रह चुके हैं। इससे पहले भी वे झारखंड क्रिकेट एसोशिएशन का चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन उसमें जीत नहीं पाए थे।
झारखंड में लोकसभा चुनाव के गठबंधन होने के बाद आजसू अध्यक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो ने कहा है कि दोनों पार्टी सभी 14 सीटों पर जीतने के लिए मिलकर काम करेंगी। सुदेश महतो ने कहा, ''जब भी बीजेपी चाहेगी मैं प्रचार करूंगा।'' झारखंड में 29 अप्रैल से चार चरणों में चुनाव होने हैं।
बीजेपी द्वारा गिरिडीह लोकसभा सीट से सुदेश महतो का चुनावी मैदान में उतारना कोई घाटे का सौदा नहीं लग रहा है। इसके पीछे की वजह साफ है, सुदेश महतो झारखंड के कद्दावर नेताओं में से एक हैं। वह झारखंड के उपमुख्यमंत्री भी रह चुके हैं और सबसे बड़ी वजह वह झारखंड की जनता के नब्ज को टटोल सकते हैं। सुदेश महतो को झारखंड में युवा नेता के तौर पर जाना जाचा है। ये सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहते हैं।
आजसू प्रमुख सुदेश महतो का परिचय
आजसू के प्रमुख सुदेश महतो का जन्म झारखंड की राजधानी रॉंची के सिल्ली में हुआ था। 21 .06 .1974 को मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे सुदेश महतो के पिता का नाम एस.एस. महतो है। माता का नाम देवकी देवी है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इनके पिता एक छोटी-मोटी फैक्ट्री में काम करते थे। सुदेश महतो विवाहित हैं। उनकी एक बेटी और एक बेटा है।
सुदेश महतो के शैक्षणिक योग्यता की बात की जाए तो वह स्नातक पास हैं। लेकिन स्थानीय मीडिया रिपोर्ट का दावा है कि वर्ष 2018 में जब वह सिल्ली उपचुनाव के लिए नॉमिनेशन फाइल कर रहे हैं तो उनके पास एमए की डिग्री थी। कहा जाता है कि 2011 में उन्होंने नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी से बीए पास किया और साल 2013 में उन्होंने एमए पास किया।
आजसू प्रमुख सुदेश महतो का राजनीतिक करियर
आजसू प्रमुख सुदेश महतो ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत 1991 में की थी। सुदेश महतो एक कार्यकर्ता के रूप में आजसू पार्टी में शामिल हुए थे और आज वह पार्टी के अध्यक्ष हैं। सुदेश महतो साल 2000 में पहली बार विधायक बने। जब 2000 में वह पहली बार विधायक बने तो सिर्फ 26 साल के थे। इसके बाद वह 2005 और 2009 में भी विधायक रहे। सुदेश महतो विधानसभा क्षेत्र सिल्ली (रॉंची) से लड़ते आए हैं।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जून मुंडा की सरकार में सुदेश महतो राज्य के उपमुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। इससे पहले 2006 में सुदेश महतो झारखंड क्रिकेट एसोशिएशन का चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन उसमें जीत नहीं पाए थे।
क्रिकेटर महेन्द्र सिंह धोनी के साथ है दोस्ती
सुदेश महतो रॉंची के मूल निवासी हैं और क्रिकेट से इनका खासा प्रेम भी है, इसलिए इनकी क्रिकेटर महेन्द्र सिंह धोनी के साथ दोस्ती है। झारखंड क्रिकेट एसोशिएशन से सुदेश महतो का जुड़ा होना भी धोनी से दोस्ती की एक वजह है। क्रिकेटर महेन्द्र सिंह धोनी ने भी झारखंड क्रिकेट एसोशिएशन के विकास के लिए काफी कुछ काम किया है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट की मानें तो, महेन्द्र सिंह धोनी की शादी में भी सुदेश महतो गए थे। कहा जाता है कि अगर दोनों एक समय रॉंची में होते हैं तो दोनों एक-दूसरे के साथ मुलाकात जरूर करते हैं। दोनों को एक साथ कई पार्टियों में भी देखा गया है।
सुदेश महतो पर हो चुका है जानलेवा हमला
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2014 में सुदेश महतो पर जानलेवा हमला करवाया गया था। 2014 में 27 और 28 जनवरी को रॉंची के सिल्ली में जनसभा में नक्सलियों द्वारा सुदेश महतो पर हमला करने की प्लानिंग थी। लेकिन इसमें नक्सली सफल नहीं हो पाए।
जनवरी में ही सुदेश महतो पर फिर से जानलेवा हमला किया गया। एक शादी समारोह में सुदेश महतो की हत्या की साजिश रची गई थी। प्लानिंग की थी जब सुदेश महतो डिनर करेंगे तो उनपर हमला किया जाएगा लेकिन झारखंड पुलिस ने इसे कामयाब नहीं होने दिया। मीडिया के दावों के मुताबिक, झारखंड के नक्सली संगठन पीएलएफआई के कमांडर और हार्डकोर उग्रवादी जीदन गुड़िया ने सुदेश की हत्या की सुपारी ली थी। झारखंड पुलिस के मुताबिक पीएलएफआई के एक एरिया कमांडर देवसिंह मुंडा ने पुलिस की पूछताछ में ये सनसनीखेज खुलासा किया है।