महाराष्ट्र विधान परिषद में 22 सीटें होंगी खाली, सीएम उद्धव ठाकरे बनेंगे विधायक, सभी दलों की अग्निपरीक्षा
By भाषा | Updated: February 19, 2020 18:07 IST2020-02-19T18:07:29+5:302020-02-19T18:07:29+5:30
78 सदस्यीय उच्च सदन में इस समय भाजपा का बहुमत है। पिछले साल अक्टूबर में विधानसभा चुनाव के बाद शिवसेना ने अपनी पुरानी सहयोगी भाजपा से नाता तोड़कर वैचारिक विरोधी राकांपा व कांग्रेस के साथ मिलकर राज्य सरकार बनाई।

सत्तारूढ़ दल विधायक कोटा की आठ विधान परिषद सीटें पाने की कोशिश करेंगे।
अप्रैल-जुलाई के बीच खाली होने वाली महाराष्ट्र विधान परिषद की 22 सीटों का चुनाव राज्य में 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद बदलते राजनीतिक समीकरणों की पृष्ठभूमि में रोचक तस्वीर पेश करने वाला होगा।
78 सदस्यीय उच्च सदन में इस समय भाजपा का बहुमत है। पिछले साल अक्टूबर में विधानसभा चुनाव के बाद शिवसेना ने अपनी पुरानी सहयोगी भाजपा से नाता तोड़कर वैचारिक विरोधी राकांपा व कांग्रेस के साथ मिलकर राज्य सरकार बनाई।
शिवसेना अध्यक्ष और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे विधान परिषद की सदस्यता के लिए प्रयास कर सकते हैं जो फिलहाल किसी सदन के सदस्य नहीं हैं। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार सत्तारूढ़ दल विधायक कोटा की आठ विधान परिषद सीटें पाने की कोशिश करेंगे जिसके लिए वे छोटे दलों और निर्दलियों का समर्थन पाने का प्रयास करेंगे।
मौजूदा विधान परिषद में भाजपा के 22 सदस्य हैं जिसके बाद राकांपा के 15, कांग्रेस के 13 और शिवसेना के 13 सदस्य हैं। लोक भारती, पीडब्ल्यूपी और आरएसपी के पास एक एक सीट और छह निर्दलीय सदस्य हैं।