Jacob Blake: विस्कॉन्सिन में आपातकाल, शहर में अशांति, सड़क पर 1,00,000 लोग, प्रदर्शन और पथराव, see pics By सतीश कुमार सिंह | Published: August 26, 2020 02:25 PM 2020-08-26T14:25:15+5:30 2020-08-26T14:47:31+5:30
Next Next अमेरिका में विस्कॉन्सिन के दक्षिणपूर्वी केनोशा शहर में पुलिस द्वारा एक अश्वेत व्यक्ति को गोली मारे जाने की घटना का विरोध करते हुए कुछ प्रदर्शनकारियों ने वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों में तोड़-फोड़ की और दर्जनों इमारतों को आग लगा दी, जिसके बाद विस्कॉन्सिन के गवर्नर ने मंगलवार को आपातकाल की घोषणा की।
जैकब ब्लेक नाम के व्यक्ति को पुलिसकर्मियों द्वारा गोली मारने का वीडियो मोबाइल में रिकार्ड हुआ था और इस वीडियो के सामने आने के बाद कई शहरों में नस्लवाद से जुड़े अन्याय को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। मिनियापोलिस में पुलिस हिरासत में अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद अमेरिका में नस्लवाद को लेकर बड़ी बहस और व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था और इसके तीन महीने के भीतर ही यह घटना हुई है।
जैकब ब्लेक के पिता ने ‘शिकागो सन टाइम्स’ से कहा कि उनका बेटा कमर से नीचे लकवाग्रस्त है और उसके शरीर में ‘‘आठ छेद’’ हैं और उन्हें नहीं पता कि वह स्थायीरूप से लकवाग्रस्त हो गया है या इसमें सुधार हो सकता है। ब्लेक के पिता का नाम भी जेकब ब्लेक है। विस्कॉन्सिन के गवर्नर टॉनी एवर्स ने प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने के लिए कहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि सोमवार रात में भीड़ द्वारा दर्जनों इमारतों को नुकसान पहुंचाने और आगजनी की 30 से ज्यादा घटनाओं को अंजाम देने के बाद केनोशा में नेशनल गार्ड की मौजदूगी को दोगुना बढ़ाते हुए 250 किया जा सकता है। एवर्स ने कहा, ‘‘ हम नस्लवाद और अन्याय के इस चक्र को जारी रहने नहीं दे सकते हैं और हम इस क्षति और विध्वंस की राह पर भी आगे नहीं बढ़ सकते हैं’’ गोलीबारी के बाद उपजी स्थितियों से निपटने के तरीके को लेकर एवर्स रिपब्लिकन के दबाव का भी सामना कर रहे हैं।
विस्कॉन्सिन के दक्षिणपूर्वी केनोशा शहर में पुलिस ने एक अश्वेत व्यक्ति को संभवत: पीठ में गोली मारकर घायल कर दिया। घरेलू विवाद के एक मामले को लेकर की गई फोन कॉल के बाद पहुंची पुलिस की इस कार्रवाई से नाराज लोगों ने रात में प्रदर्शन और पथराव किया व कुछ गाड़ियों में आगजनी की। पुलिस को उपद्रवियों को हटाने के लिये आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
गोलीबारी की यह घटना रविवार शाम करीब पांच बजे हुई और एक सेलफोन पर बनाए गए घटना के वीडियो को ऑनलाइन पोस्ट किया गया। इस वीडियो क्लिप को सड़क के दूसरी तरफ से बनाया गया है और इसमें एक अश्वेत व्यक्ति फुटपाथ पर चलते हुए अपनी गाड़ी के सामने की तरफ आता है और ड्राइवर के तरफ वाला दरवाजा खोलता है तभी उसकी तरफ बंदूक ताने उसके पीछे आ रहा अधिकारी उस पर चिल्लाता है। जैसे ही व्यक्ति चालक की तरफ वाला दरवाजा खोलकर अंदर झुकता है, एक अधिकारी पीछे से उसकी शर्ट पकड़कर पीछे खींचता है और गाड़ी पर गोलियां चलाना शुरू कर देता है।
गवर्नर ने इस व्यक्ति की पहचान जैकब ब्लेक के तौर पर की है। सात गोलियों के चलने की आवाज सुनी जा सकती है यद्यपि यह स्पष्ट नहीं है कि अश्वेत व्यक्ति को कितनी गोलियां लगीं और मौके पर मौजूद तीन में से कितने अधिकारियों ने गोलियां चलाईं। गोलीबारी के दौरान एक अश्वेत महिला को सड़क पर चिल्लाते हुए देखा जा सकता है।
पुलिस विभाग ने एक विज्ञप्ति में कहा कि ब्लेक को मिलवाकी के एक अस्पताल में ले जाया गया और उसकी हालत गंभीर थी। विज्ञप्ति में हालांकि उसके नाम का जिक्र नहीं किया गया है। तीनों अधिकारियों को प्रशासनिक अवकाश पर भेज दिया गया है जो गोलीबारी के घटनाओं में शामिल अधिकारियों के मामले में सामान्य प्रक्रिया है।
गोलीबारी की घटना के बाद शहर में अशांति देखने को मिली और करीब 1,00,000 लोग सड़कों पर आ गए। रविवार देर रात कई गाड़ियों में आगजनी की गई और कइयों के शीशे तोड़ दिये गए। उग्र भीड़ की कई जगहों पर सुरक्षाकर्मियों से झड़प भी हुई।
पुलिसकर्मी और स्वात वाहन सड़कों पर गश्त कर रहे थे और प्रशासन ने सुबह सात बजे तक कर्फ्यू की घोषणा कर दी है। मौके पर मौजूद संवाददाताओं के मुताबिक कुछ जगहों पर लोगों के समूह को हटाने के लिये आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल किया गया।