1 / 6Karwa Chauth Vrat 2023: करवा चौथ व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। इस साल यह पावन व्रत 1 नवंबर, बुधवार को पड़ रहा है। मान्यता है कि इस दिन महिलाएं अपने पति की दीर्घायु और अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए निर्जल व्रत का पालन करती हैं। लेकिन इस व्रत को रखने वाली महिलाओं को कुछ विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। 2 / 6संकल्प के अनुसार, इस दिन व्रत करने वाली महिलाओं को अन्न के साथ-साथ जल नहीं ग्रहण करना चाहिए। इस व्रत में चांद के दर्शनों का विशेष महत्व होता है। रात में चांद के दर्शनों के बाद ही व्रत पूरा माना जाता है।3 / 6इस दिन व्रती को शृंगार धारण करना चाहिए। माता करवा की विधि विधि से पूजा अर्चना करनी चाहिए। पूरे दिन मन में किसी तरह के गलत विचारों न लाएं और न ही क्रोध करें।4 / 6इस दिन काले रंग के वस्त्रों का प्रयोग न करें। हिन्दू धर्म में काले रंग को अशुभता का प्रतीक माना जाता है। कहते हैं कि मंगलसूत्र के काले दाने के अलावा इस दिन किसी काले रंग का प्रयोग न करें। 5 / 6मान्यता है कि सुहागिनों को सफेद वस्त्र धारण नहीं करने चाहिए। सफेद रंग सौम्यता और शांति का प्रतीक माना जाता है। लेकिन सुहाग के लिए रखे जाने वाले करवा चौथ व्रत में सफेद रंग की मनाही होती है।6 / 6करवा चौथ के दिन सुहागिन स्त्रियों को भूरा रंग पहनने से बचना चाहिए। मान्यता है कि यह रंग राहु और केतु का प्रतिनिधित्व करता है। इस दिन महिलाओं को शादी का जोड़ा पहनना चाहिए। इसे उत्तम माना जाता है।