रेलवे के रवीश कुमार 'काले धन के कुबेर', सीबीआई का छापा, 76 लाख कैश, करोड़ों की संपत्ति बरामद

By सतीश कुमार सिंह | Published: November 26, 2020 08:37 PM2020-11-26T20:37:27+5:302020-11-26T20:42:47+5:30

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आय से अधिक संपत्ति मामले में सीबीआइ ने रेलवे के सीनियर इलेक्ट्रिकल डिस्ट्रीब्यूशन इंजीनियर के ठिकानों पर छापेमारी की।

सीबीआई ने बुधवार को देशव्यापी छापेमारी की थी। सीबीआइ को इंजीनियर के पटना और बिहारशरीफ स्थित आवास से लाखों रुपये नकद तथा लाखों के आभूषण मिले हैं।

सीबीआई ने बुधवार को पूर्व मध्य रेलवे, हाजीपुर के मुख्य अभियंता रवीश कुमार के घर पर छापा मारा। 183 प्रतिशत अधिक संपत्ति पाई।

पटना में रवीश कुमार के घर और सासारवाड़ी में भी छापे मारे गए। सीबीआई बिहारशरीफ में पैतृक घर भी पहुंची थी।

इस छापेमारी में नकदी, जमीन और मकान आदि में 76 लाख रुपये के 15 दस्तावेज जब्त किए गए हैं। करीब 50 लाख के सोने और चांदी के आभूषण भी जब्त किए गए।

पैसा उनके दो घरों में मिला। उनके ससुर श्रम आयुक्त के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। उन्हें बड़ी राशि मिली है। पैतृक घर पर भी छापेमारी चल रही है।

सीबीआई के छापे से पता चला है कि रवीश कुमार ने दो फ्लैट और कुछ प्लॉट खरीदे थे। पटना में राजाबाजार के साथ उत्तर प्रदेश के नोएडा में फ्लैट हैं। सोनपुर और खगौल में कुछ जमीनों का अधिग्रहण किया गया है। कार्रवाई बुधवार देर रात शुरू हुई।

रवीश कुमार ने 2009 से 2020 तक रिश्तेदारों के नाम पर संपत्ति अर्जित की। रवीश कुमार के यहां से 76 लाख रुपये नकद, 15 अलग-अलग संपत्तियों में निवेश के कागजात, बैंक और दूसरी संपत्ति में निवेश के कागजात बरामद हुए हैं। इसके अलावा जेवरात और आभूषण भी मिले हैं।

सीबीआइ के अनुसार रवीश कुमार ने रेलवे में अपनी पदस्थापन अवधि 2009 से 2020 के दौरान आय से कहीं ज्यादा संपत्ति अर्जित की। उन्होंने वेतन और अन्य मद से इस अवधि में एक करोड़ चार लाख रुपये प्राप्त किए।

उनकी पत्नी की आय तकरीबन 40 लाख रुपये रही। दोनों ने मिलाकर एक करोड़ 44 लाख रुपये कमाए। जिसमें से 67.41 लाख रुपये उन्होंने खर्च किए। इस लिहाज से इनकी बचत 76.59 लाख होनी चाहिए थी।