भूखे-प्यासे पैदल अपने घरों की ओर लौट रहे प्रवासी मजूदरों का दर्द देखें, आंखें हो जाएगी नम

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 19, 2020 12:19 PM2020-05-19T12:19:43+5:302020-05-19T12:19:43+5:30

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लॉकडाउन के कारण अपने घरों की ओर लौटते लोग, इस फोटो में एक थके हुए छोटे बच्चे को सूटकेस पर रखकर उसे रस्सी से खींचते हुए।

छोटे-छोटे बच्चों को गोद में लेकर चलते उनके परिवार वाले।

कुछ लोग अपने गाँव जाने के लिए ट्रकों का विकल्प तलाशते हुए।

गर्मी में नन्हे-मुन्नों बच्चों के साथ सफर करते इन मजदूरों की हालत देखकर आंखें नम हो जाएगी।

अपने परिवार के साथ सफर को पूरा करते कुछ लोग।

दिल्ली-एनसीआर में उत्तर प्रदेश ,बिहार, एमपी, राजस्थान के रह रहे रोज कमाने और खाने वाले शख्स और मजदूरों का बुरा हाल है।

कई लोगों ने परिवहन की कमी के कारण सैकड़ों किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर रहे हैं।

पैदल चल रहे लोगों की सहायता के लिए कोई उन्हें पानी दे रहा है और कोई खाना खिलाकर मदद कर रहा है।

सड़क के किनारे एक मां अपने बच्चे को पानी पिलाते हुए।

रोजगार बंद होने की वजह से लोग पैदल ही अपने घर जाने को मजबूर हैं।

सरकार के तमाम आश्वासनों के बावजूद न तो अपने मालिकों की तरफ से इन लोगों को कोई मदद मिल रही है और ना मकान मालिक या राशन देने वाले उनपर मेहरबान हो रहे हैं।

साइकिल पर बैग में बच्चे को लेकर यात्रा करते परिवार वाले।

लॉकडाउन में अपनी मंजिल की और बेहद कठिन और दर्दनाक सफर को पूरा करने की कोशिश करते लोग।

चलते-चलते थक जाने के बाद रास्ते में सड़क पर ही आराम करता परिवार।