लाइव न्यूज़ :

गले का कैंसर होने पर शरीर में नजर आते हैं ये लक्षण, जानें गले के कैंसर के शुरुआती लक्षण

By संदीप दाहिमा | Updated: January 27, 2022 20:05 IST

Open in App
1 / 6
इसके शुरुआती चरण में गले के कैंसर का पता लगाना मुश्किल हो सकता है। हालांकि कुछ संकेत और लक्षण हैं जिनके जरिये इस बीमारी का पता लगाया जा सकता है और समय पर इलाज करवाया जा सकता है। इसके आम लक्षणों में वजन घटना, गले में खराश, लगातार अपना गला साफ करने की जरूरत होना, लगातार खांसी (खून खांसी हो सकती है), गर्दन में सूजन लिम्फ नोड्स, घरघराहट, कान का दर्द, आवाज बैठना आदि शामिल हैं। तीन ऐसे लक्षण भी हैं, जो बहुत कॉमन हैं-
2 / 6
ऐसा माना जाता है कि जो लोग ज्यादा स्मोकिंग करते हैं, शराब पीते हैं या तंबाकू और गुटखा खाते हैं उनको गले का कैंसर होने की संभावना ज्यादा होती है। प्रदूषित वातावरण, धूल-मिट्टी, केमिकल डस्ट और रोड डस्ट के कण भी इसकी वजह बन सकते हैं। इसके अलावा सल्फर डाइऑक्साइड, क्रोमियम और आर्सेनिक जैसे तत्वों के संपर्क में आने से भी आपके गले में कैंसर की बीमारी हो सकती है।
3 / 6
गले में हमेशा खराश रहना यह कोई आम समस्या नहीं है। यह कैंसर की बीमारी का संकेत भी हो सकता है। अगर आपके गले में भी हमेशा खराब रहती है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाकर जांच करवाएं।
4 / 6
गले में कैंसर की बीमारी होने पर वॉइस बॉक्स में स्वर ग्रंथियां प्रभावित होती हैं। जिसकी वजह से आवाज में बदलाव आना, गला बैठना आदि संकेत दिखाई देने लगते हैं। ऐसे संकेत दिखाई देने पर तुरंत डाक्टर से जांच करवाएं।
5 / 6
अगर आपको खाना निगलने में गले में दर्द या भारीपन महसूस होता है तो संभव है यह गले के कैंसर का संकेत हो। ऐसी स्थिति में आपको पानी पीने तक में परेशानी हो सकती है।
6 / 6
गले में कैंसर की स्टेज स्टेज 0: ट्यूमर केवल गले के प्रभावित हिस्से की कोशिकाओं की ऊपरी परत पर होता है। चरण 1: ट्यूमर 2 सेमी से कम है और गले के उस हिस्से तक सीमित है जहां यह शुरू हुआ था। स्टेज 2: ट्यूमर 2 से 4 सेमी के बीच है या पास के क्षेत्र में विकसित हो सकता है। स्टेज 3: ट्यूमर 4 सेमी से बड़ा है या गले में अन्य संरचनाओं में विकसित हुआ है या एक लिम्फ नोड में फैल गया है। स्टेज 4: ट्यूमर लिम्फ नोड्स या दूर के अंगों में फैल गया है।
टॅग्स :हेल्थ टिप्सघरेलू नुस्खेडाइट टिप्सकैंसर
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यगर्भवती महिलाओं के पीने के पानी में पीएफएएस की मौजूदगी उनके शिशुओं के लिए घातक: अध्ययन

स्वास्थ्यबाप रे बाप?, हर दिन JK में 38 कैंसर केस, 5 साल में 67037 का आंकड़ा और 2024 में 14000 नए मामले

स्वास्थ्यBengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान

स्वास्थ्यDinner Timing Matters: सर्दियों में जल्दी खाना क्यों बन सकता है हेल्थ गेम-चेंजर?

स्वास्थ्यअध्ययन: बच्चों में बढ़ती हिंसा और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यस्ट्रोक, हृदय, श्वसन, अल्जाइमर और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं में तेजी से वृद्धि?, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने दी चेतावनी, हर पल इस प्रकोप का असर?

स्वास्थ्यबचके रहना रे बाबा?, पुरुषों के फेफड़ों में महिलाओं की तुलना में वायु प्रदूषकों का जमाव ज्यादा, 5 वर्षों में किए गए अध्ययन में खुलासा

स्वास्थ्य‘मनखे-मनखे एक समान’ की भावना को साकार करता मेगा हेल्थ कैम्प: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

स्वास्थ्यजम्मू-कश्मीर: लाइफस्टाइल में बदलाव और देर से शादी से बढ़ रही इनफर्टिलिटी

स्वास्थ्यआम आदमी को कंगाल बनाता बीमारियों का महंगा इलाज