1 / 5Corn flour- मक्का के आटे में फाइबर, मिनरल और एंटी ऑक्सीडेंट्स अच्छी मात्रा में होते हैं, यह आंतों में चिपकने की बजाय आसानी से आगे बढ़ता है। इससे पेट पर कब्ज की समस्या नही होती है, क्यों की फाइबर आंतों में जमी गंदगी को साफ करता है और मल का कड़ापन दूर करता है। इसलिए फाइबरयुक्त आहार के सेवन से कब्ज और अपच में राहत मिलती है।2 / 5Oats Flour - ओट्स (जई) का आटा विटामिन और फाइबर से भरपूर होता है, हमारे शरीर के लिए इसके कई सारे फायदे हैं, ये कोलेस्ट्रोल को कम करने में मदद करता है, इसको खाने के बाद काफी लंबे समय तक पेट भरा हुआ लगता है पाचन क्रिया को काफी अच्छा रखता है, वजन कम करने में सहायक है।3 / 5barley flour - बार्ली या जौ का आटा प्राचीन काल से कृषि किये जाने वाले अनाजों में से एक है। इसका उपयोग प्राचीन काल से धार्मिक संस्कारों में होता रहा है। वेदों द्वारा यज्ञ की आहुति के रूप में जौ को स्वीकारा गया है। जौ को भूनकर, पीसकर, उस आटे में थोड़ा-सा नमक और पानी मिलाने पर सत्तू बनता है। इससे डायबिटीज, मोटापा और कोलेस्ट्रॉल आदि समस्याओं से बचने में भी मदद मिलती है। जौ में एमिनो एसिड, फाइबर, बीटा ग्लूकोज, कैल्शियम, कॉपर, आयरन, विटामिन बी कॉम्पलेक्स जैसे पोषक तत्व होते हैं। यही वजह है कि रोजाना जौ का पानी पीने से कई बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।4 / 5chickpea flour - चने का आटा डायबिटीज में फायदेमंद है और ये फाइबर का बेहतर स्रोत है, चने का आटा फाइबर से भरा होता है। एक कप (92 ग्राम) चने के आटे में 10 ग्राम फाइबर होता है। फाइबर रक्त में वसा के स्तर में सुधार के साथ जुड़ा हुआ है। साथ ही इसके सेवन से कब्ज और बवासीर में राहत मिल सकती है। चने के आटे में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। इसलिए इसे डायबिटीज के रोगियों के लिए बेहतर आहार माना जाता है। चने का आटा प्रोटीन में अधिक होता है। एक 1-कप (92-ग्राम) चने के आटे में 20 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है।5 / 5Wheat Flour - गेहूं का आटा अधिकतर लोग खाते हैं, ये पोषक से भरपूर है आपको कई बीमारियों से बचाता है, बल्कि डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और कब्ज जैसी कई गंभीर बीमारियों के खतरे को भी कम कर सकता है। यह हमारे शरीर का कोलेस्ट्रॉल लेवल बेहतर बनाता है।