सर्दी के मौसम में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं रसोई में मौजूद ये 7 मसाले, जानें

By मनाली रस्तोगी | Published: January 12, 2023 12:31 PM2023-01-12T12:31:16+5:302023-01-12T12:31:16+5:30

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सर्दियों में सर्दी-खांसी, छींक-नाक बहना आम बात है। यदि घर में किसी एक व्यक्ति को यह समस्या शुरू हो जाए तो सभी इससे संक्रमित हो जाते हैं। ठीक होने में 4-5 दिन लगते हैं।

लाइफस्टाइल एक्सपर्ट वंदना जुनेजा की एक स्टडी के मुताबिक, हमारे किचन में तरह-तरह के मसालों का इस्तेमाल सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाने तक ही सीमित नहीं है। इसलिए ये मसाले भी सेहत के लिए बहुत उपयोगी होते हैं। तो जानिए ठंड के दिनों में कौन से मसाले जरूरी हैं।

लौंग एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-वायरल एजेंटों से भरपूर होती है। साथ ही इसमें मौजूद कई विटामिन और मिनरल्स इम्यून सिस्टम को बढ़ाने के लिए फायदेमंद होते हैं।

काली मिर्च में एंटीबायोटिक गुण होते हैं। इसलिए शरीर को रोग से लड़ने की शक्ति और ऊर्जा मिलती है। मिर्च में विटामिन सी भी होता है। इसलिए इनका इस्तेमाल इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के लिए किया जाता है।

इलायची एंटीऑक्सीडेंट और विभिन्न खनिजों से भरपूर होती है। इलायची को इम्युनिटी बढ़ाने के लिए उपयोगी माना जाता है।

हम जानते हैं कि हल्दी एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों वाली औषधि है। इसीलिए आयुर्वेद के अनुसार ठंड के दिनों में सर्दी, खांसी, गले में खराश होने पर हल्दी वाला दूध पीने की सलाह दी जाती है।

दालचीनी न केवल प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए उपयोगी है बल्कि रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में भी मदद करती है।

कुछ अध्ययनों के अनुसार सौंफ को हीलिंग फूड के रूप में भी जाना जाता है। सौंफ पेट की शिकायतों को दूर करने में काफी उपयोगी मानी जाती है। साथ ही इसमें मौजूद विटामिन सी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर संक्रामक रोगों से दूर रहने में मदद करता है।

जायफल में भी ढेर सारे एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं।

हल्दी और सौंफ के अलावा आप चाय में और भी मसालों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इन सभी मसालों को मिलाकर घर पर चाय का मसाला तैयार करें और दिन भर में कम से कम एक चाय में एक चुटकी मसाला मिला लें। (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Lokmat Hindi News इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।)