NIRF Rankings 2020 हुई जारी, पहले स्थान पर IIT मद्रास ने जमाया कब्जा, जानिए JNU को मिला कौन सा स्थान By भाषा | Published: June 11, 2020 03:35 PM 2020-06-11T15:35:34+5:30 2020-06-11T15:35:34+5:30
Next मानव संसाधन विकास मंत्रालय के नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क की साल 2020 की रैकिंग में ओवरऑल संस्थान श्रेणी में आईआईटी मद्रास को पहला, भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु को दूसरा और आईआईटी दिल्ली को तीसरा स्थान हासिल हुआ है।
वहीं, विश्वविद्यालयों की श्रेणी में भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरू को पहला, जवाहर लाल विश्वविद्यालय, दिल्ली को दूसरा और बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, बनारस को तीसरा स्थान हासिल हुआ है।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ऑनलाइन माध्यम से नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) की साल 2020 रैंकिंग की लिस्ट जारी की।
एनआईआरएफ रैंकिंग में इंजीनियरिंग संस्थानों की श्रेणी में आईआईटी मद्रास को पहला, आईआईटी दिल्ली को दूसरा और आईआईटी मुंबई को तीसरा स्थान हासिल हुआ।
इसी प्रकार से प्रबंधन संस्थानों की श्रेणी में आईआईएम अहमदाबाद को पहला, आईआईएम बेंगलुरु को दूसरा और आईआईएम कलकत्ता को तीसरा स्थान हासिल हुआ।
एनआईआरएफ की कॉलेजों की श्रेणी में रैंकिंग में मिरांडा हाउस दिल्ली को पहला, लेडी श्रीराम कालेज दिल्ली को दूसरा और हिन्दू कॉलेज नई दिल्ली को तीसरा स्थान हासिल हुआ है।
चिकित्सा संस्थानों की श्रेणी में एम्स दिल्ली को पहला, पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ को दूसरा और क्रिश्चन मेडिकल कालेज, वेल्लोर को तीसरा स्थान हासिल हुआ।
विधि संस्थानों की श्रेणी में पहला स्थान नेशनल लॉ कालेज बेंगलुरू को प्राप्त हुआ जबकि फार्मेसी संस्थानों की श्रेणी में जामिया हमदर्द दिल्ली को प्रथम स्थान हासिल हुआ।
इस अवसर पर मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि विभिन्न मानदंडों पर रैंकिंग से संस्थानों के मूल्यांकन से अनुसंधान को प्रोत्साहन मिलेगा और गुणवत्ता बेहतर होगी। इससे संस्थानों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि शिक्षा अधिगम, परिणाम, संसाधन, शिक्षण स्तर आदि मानदंडों के आधार पर सभी चयनित संस्थानों, विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और अन्य संस्थानों का मूल्यांकन एवं समीक्षा की गयी है और इससे देश में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ेगी। न्होंने कहा कि 45,000 कॉलेजों, 1000 विश्वविद्यालयों और अन्य संस्थानों का मूल्यांकन होना चाहिए। इससे इनकी गुणवत्ता बढ़ेगी।