Photos: ये हैं भारत के 10 'सीरियल किलर', एक ने तो 40 ड्राइवरों का किया था खून

By ललित कुमार | Published: September 20, 2018 01:15 PM2018-09-20T13:15:31+5:302018-09-20T13:23:57+5:30

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मोहन कुमार: मोहन कुमार को साइनाइड के नाम से भी जाना जाता है, यह इंसान कुवांरी लड़कियों को झांसा देकर उनके साथ शारीरिक संबंध बनाता था और फिर उन्हें गर्भनिरोधक गोली बोलकर साइनाइड की गोलियां खिला देता था, साल 2005-2009 के बीच मोहन करीबन 20 लड़िकयों को मार डाला और साल 2013 में दिसम्बर में उसे मौत की सजा हुई।

डॉक्टर देवेंद्र शर्मा: देवेंद्र ने साल 2002-2004 के बीच टैक्सी ड्राइवरों को अपना शिकार बनाया, देवेंद्र टैक्सी में टूरिस्ट बनकर बैठता था और उन्हें मार डालता था, देवेंद्र ने अपना जुर्म कबूल कर बताया था की उसने 30-40 ड्राइवरों को मारा था और साल 2008 में देवेंद्र को मौत की सजा हुई।

रेणुका शिंदे और सीमा गवित: इन दोनों बहनों ने साल 1990 से लेकर 1996 तक करीबन 6 बच्चों को मौत के घाट उतर दिया था, दोनों बहनें बच्चों को अगवा कर उनसे चोरी कराती थीं और जो बच्चा उनका कहना नहीं मानता था तो उसे मार डालती थी।

मल्लिका: बेंगलुरू की रहने वाली मल्लिका ने साल 1999 से लेकर 2007 तक 6 औरतों का खून किया है, बता दें घर में तंगी होने के कारण मल्लिका लोगों के हमदर्द बनने का नाटक करती और उन्हें साइनाइड खिला कर मार डालती थीं।

जयशंकर: इस इंसान को लेडी किलर के नाम से भी जाना जाता है, जयशंकर पर 30 बलात्कार और 15 हत्याओं के आरोप हैं, बता दें जयशंकर पर तमिलनाडु और कर्नाटक की अदालत में केस भी चल रहा है।

सुरिंदर कोली: उत्तर प्रदेश के नोएडा में हुए निठारी कांड को कोई कैसे भूल सकता है, सुरिंदर पर निठारी गाँव से गायब हुए बच्चों को जान से मारने का आरोप है, सुरिंदर पर अंग तस्करी, बाल शोषण और इंसानी मांस खाने का भी आरोप लगा है।

गौरी शंकर: इस इंसान को ऑटो शंकर के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि गौरी चेन्नई में एक ऑटो ड्राईवर था। साल 1995 में फांसी की सजा सुनाने के बाद अपनी मौत के एक महीने गौरी ने बताया की उसने 9 किशोरियों का अपहरण और खून किया था।

स्टोनमैन: 1989 में मुंबई में रहने वाले नौ लोगों को एक तरह से मार डालने के बाद यह नाम पड़ा क्योंकि जिस इंसान से इनको मारा था उसने इन सभी के सर को एक बड़े पत्थर से कुचला गया था।

बीयर मैन: यह नाम इसलिए पड़ा क्योंकि साल 2006 से 2007 के बीच जो भी हत्या हुईं उनकी लाश के पास बियर की बोतल पड़ी मिलती थी, साल 2008 में इस बियर मैन यानि रविंद्र कंट्रोले को एक खून के आरोप में पकड़ा गया, लेकिन यह साबित नहीं हुई की खून रविंद्र ने किए थे इसलिए बाद में उससे छोड़ दिया गया।