बाजार में लगातार पांचवें दिन गिरावट, सेंसेक्स 344 अंक टूटा, निफ्टी 17,000 से नीचे

By संदीप दाहिमा | Published: March 15, 2023 06:46 PM2023-03-15T18:46:54+5:302023-03-15T18:49:08+5:30

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वित्तीय और दूरसंचार शेयरों में भारी बिकवाली के चलते बीएसई सेंसेक्स बुधवार को 344 अंक टूटकर पांच महीने के निचले स्तर पर बंद हुआ। कारोबारियों ने कहा कि इस दौरान बैंकों की सेहत और उच्च मुद्रास्फीति की चिंताओं ने बाजार की धारणा को प्रभावित किया। इसके अलावा घरेलू बाजार से लगातार विदेशी पूंजी की निकासी और रुपये में गिरावट से शेयर बाजारों पर दबाव बना रहा।

लगातार पांचवें सत्र में गिरावट के साथ तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 344.29 अंक यानी 0.59 प्रतिशत टूटकर 57,555.90 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सूचकांक 570 अंक से अधिक चढ़कर 58,473.63 के उच्च स्तर पर पहुंच गया था। हालांकि, यूरोपीय शेयरों की कमजोर शुरुआत के बाद शेयर बाजारों ने उत्साह खो दिया। इस बात की संभावना है कि यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) नीतिगत दर में 0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर सकता है।

इसी तरह, एनएसई निफ्टी 71.15 अंक यानी 0.42 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,972.15 पर बंद हुआ। इसमें शामिल 50 शेयरों में से 28 शेयर नुकसान में रहे। सेंसेक्स के शेयरों में इंडसइंड बैंक को सबसे अधिक दो प्रतिशत का नुकसान हुआ।

इसके अलावा भारती एयरटेल, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, एसबीआई, एचयूएल, टाटा मोटर्स, नेस्ले इंडिया और एक्सिस बैंक भी नुकसान में रहे। दूसरी ओर, एशियन पेंट्स, टाटा स्टील, टाइटन और एलएंडटी 3.03 प्रतिशत तक की बढ़त के साथ लाभ में रहे। सेंसेक्स के तीस शेयरों में से 21 शेयर नुकसान में रहे। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा,''घरेलू बाजार में तेजी थोड़े समय के लिये थी।

क्योंकि यूरोपीय बाजारों में डर था कि ईसीबी बृहस्पतिवार को अपनी बैठक में नीतिगत दर में कम से कम 0.25 प्रतिशत की वृद्धि करेगा। बाजार का महत्वपूर्ण मुद्दा अधिक ब्याज दर का है'' इस बीच, अमेरिकी में मुद्रास्फीति फरवरी में कम होकर छह प्रतिशत हो गई, जो जनवरी में जनवरी में 6.4 प्रतिशत थी। इससे अटकलें शुरू हो गईं कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ब्याज दर बढ़ाने को लेकर कम आक्रामक हो सकता है।

क्षेत्रवार की बात करें तो दूरसंचार में 1.20 प्रतिशत, बैंक में 0.86 प्रतिशत, वित्तीय सेवाओं में 0.81 प्रतिशत, रियल्टी में 0.69 प्रतिशत, तकनीक में 0.54 प्रतिशत और वाहन में 0.45 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इसके विपरीत, बिजली, धातु और टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुएं लाभ दर्शाते बंद हुए। अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट, जापान का निक्की, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में बंद हुए। हालांकि, दोपहर के कारोबार में यूरोपीय शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखी गई। अमेरिकी शेयर बाजार मंगलवार को बढ़त के साथ बंद हुए थे। अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.72 प्रतिशत बढ़कर 78.01 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर पहुंच गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने मंगलवार को शुद्ध रूप से 3,086.96 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।