Good News: सरकार दे रही सस्ता सोना खरीदने का मौका, कल से शुरू हो रही ये जबरदस्त स्कीम
By गुणातीत ओझा | Published: June 7, 2020 10:18 AM2020-06-07T10:18:24+5:302020-06-07T11:16:03+5:30
कोरोना काल में मोदी सरकार आपको घर बैठे सस्ता सोना खरीदने का मौका दे रही है। मोदी सरकार आपके लिए खास स्कीम के तहत वित्त वर्ष 2021 के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की तीसरी सीरीज 8 जून से सब्सक्रिप्शन के लिए शुरू होगी।
नई दिल्ली। कोरोना काल में मोदी सरकार आपको घर बैठे सस्ता सोना खरीदने का मौका दे रही है। मोदी सरकार आपके लिए खास स्कीम के तहत वित्त वर्ष 2021 के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की तीसरी सीरीज 8 जून से सब्सक्रिप्शन के लिए शुरू होगी। उपयोगकर्ता 12 जून तक सब्सक्रिप्शन ले सकता है। केंद्रीय बैंक ने ऐलान किया था कि सरकार सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को 20 अप्रैल से सितंबर तक छह हिस्सों में जारी करेगी। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को भारतीय रिजर्व बैंक भारत सरकार की ओर से जारी करेगा। इस योजना के तहत 1 ग्राम सोने का भाव 4,677 रुपये तय किया गया है। अगर सोने की ऑनलाइन खरीददारी होगी तो 500 रुपये प्रति 10 ग्राम या या 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट मिलेगी।
मौजूदा वित्त वर्ष में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को लेकर मई में जारी हुई सीरीज में निवेशकों में जबरदस्त क्रेज देखने को मिला था। सरकार ने मई महीने में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के जरिए 25 लाख यूनिट बेचकर 1168 करोड़ रुपये की कमाई की। इससे पहले अक्टूबर 2016 में सबसे ज्यादा 1082 करोड़ का गोल्ड बॉन्ड सरकार ने बेचा था। मई सीरीज में गोल्ड बॉन्ड को 11 से 15 मई के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खोला गया था, जिसमें एक यूनिट का भाव 4590 रुपये था। आनलाइन खरीदने पर 500 रुपये प्रति 10 ग्राम या 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट थी। गोल्ड बांड के अप्रैल सीरीज में सरकार को 822 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी।
बताते चलें कि इस योजना की शुरुआत नवंबर 2015 में हुई थी। इसका मकसद फिजिकल गोल्ड की मांग में कमी लाना तथा सोने की खरीद में उपयोग होने वाली घरेलू बचत का इस्तेमाल वित्तीय बचत में करना है। घर में सोना खरीद कर रखने की बजाय अगर आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करते हैं, तो आप टैक्स भी बचा सकते हैं। इसे स्कीम के तहत एक व्यक्ति एक वित्त वर्ष में मिनिमम 1 ग्राम और मैक्सिमम 4 किलोग्राम तक वैल्यू का बॉन्ड खरीद सकता है। हालांकि किसी ट्र्स्ट के लिए खरीद की अधिकतम सीमा 20 किग्रा है। इस पर सालाना 2.5 फीसदी ब्याज भी मिलता है। ब्याज निवेशक के बैंक खाते में हर 6 महीने पर जमा किया जाएगा। मेच्योरिटी पीरियड 8 साल है, लेकिन 5 साल, 6 साल और 7 साल का भी विकल्प होता है।
सेबी ने म्यूचुअल फंड के लिये सोना, चांदी बेचने की समयसीमा में ढील दी
बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एक्सचेंज ट्रेडेड कमोडिटी डेरिवेटिव्स के जरिए किये गये निवेश के निपटान के लिये म्यूचुअल फंड्स के पास मौजूद सोना व चांदी बेचने की समयसीमा में शुक्रवार को ढील दी। सेबी ने एक्सचेंज ट्रेडेड कमोडिटी डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान के लिये म्यूचुअल फंड के द्वारा भौतिक संपत्तियों की बिक्री से संबंधित अपने लगभग एक साल पुराने निर्देशों को संशोधित किया है। सेबी ने एक परिपत्र में कहा कि भौतिक रूप से उपस्थित सोने और चांदी की बिक्री करने की समय सीमा अब 180 दिन है। अन्य सामानों के लिये यह (समयसीमा) अनुबंध के तत्काल अगले समाप्ति दिन तक रहेगी। पहले यह समय सभी सामानों के लिये 30 दिनों का था।