अगर आपका भी है मल्टीपल बैंकों में अकाउंट, तो ये बातें जरूर जानें
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: January 9, 2018 17:55 IST2018-01-09T16:05:21+5:302018-01-09T17:55:05+5:30
आमतौर पर लोग एक से ज्यादा बैंक अकाउंट तो खुलवा लेते हैं, लेकिन इसे मेनटेन नहीं कर पाते।

अगर आपका भी है मल्टीपल बैंकों में अकाउंट, तो ये बातें जरूर जानें
आजकल ज्यादातर लोग एक से ज्यादा बैंकों में अपना अकाउंट रखते हैं। कुछ लोगों को अपनी जरूरतों की वजह से भी अलग-अलग अकाउंट खुलवाना पड़ता है। जैसे अगर कोई कारोबारी है और पैसों का लेन-देन रेगुलर बेसिस पर ज्यादा है तो उसकी जरूरत बन जाती है। वहीं, बहुत से लोग सैलरी अकाउंट के अलावा सेविंग अकाउंट खुलवा लेते हैं। आमतौर पर लोग एक से ज्यादा बैंक अकाउंट तो खुलवा लेते हैं, लेकिन इसे मेनटेन नहीं कर पाते।
मल्टीपल बैंक अकाउंट होने के नुकसान
अगर आप मल्टीपल बैंक अकाउंट खुलवाते हैं तो इसके नुकसान भी बहुत हैं, जिसके बारे में शायद आपको ना पता हो। अपने अकाउंट को मेनटेन करने के लिए उसमें तय अमाउंट रखना अनिवार्य होता है। लेकिन अलग-अलग बैंक अकाउंट होने से हमरा बड़ा अमाउंट बेंकों में ही फंसा रह जाता है। इसके कारण उस राशि पर ज्यादा से ज्यादा 5 से 6 प्रतिशत ही वार्षिक रिटर्न मिलता है।
ज्यादातर सेविंग अकाउंट में बैंक की ओर से मिनिमम बैलेंस रखने का प्रावधान होता है। अगर हम ऐसा नहीं करते हैं तो बैंक हमसे पेनल्टी चार्ज करता है। कई बार तो अकाउंट पर रोक भी लग जाती है। इसके अवाला बहुत से बैंकों में न्यूनतम बैलेंस की सीमा अधिकतम 10,000 रुपए है। इसलिए आपके पास भी अगर एक से ज्यादा अकाउंट है और उसकी जरूरत ना हो तो उसे बंद करवा दें।
मल्टीपल बैंक अकाउंट के फायदे
बैंक एटीएम से सिर्फ पांच ट्रांजेक्शन और दूसरे बैंक के एटीएम से तीन ट्रांजेक्शन तक की लिमिट तय है। लेकिन आपको मल्टीपल बैंकों में अकाउंट से आपको फ्री ट्रांजेक्शन की सुविधा मिल जाती है। मान लें अगर आपके पास दो बैंक में अकाउंट हैं तो एटीएम से 10 बार फ्री ट्रांजेक्शन कर सकते हैं। वहीं अगर किसी एक बैंक का नेटवर्क फेल हो तो आप आसानी से अन्य बैंक के एटीएम का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
इसके अवाला अगर दो बैंक अकाउंट है तो हम कई शानदार स्कीम का लाभ उठा सकते हैं, जिनमें ज्यादा अच्छा वार्षिक प्रीमियर, पर्सनल एक्सीडेंट कवर आदि है। मल्टीपल अकाउंट होने से चेक बुक की संख्या बढ़ जाती है। इसके साथ ही बैंक अपने अकाउंट होल्डर को क्रेडिट कार्ड भी ऑफर करते हैं।