कोरोना वायरस: अब तो न्यूनतम ब्याज दर पर लाइफ सेविंग पर्सनल लोन दें बैंक?
By प्रदीप द्विवेदी | Published: April 17, 2020 02:42 PM2020-04-17T14:42:26+5:302020-04-17T14:42:26+5:30
आरबीआई की ओर से रिवर्स रेपो रेट में कमी करने से सीधी मदद आम लोगों को पहुंच सकती है, इस घोषणा से बैंकों के पास ज्यादा पैसा उपलब्ध होगा, जिससे बैंक आम आदमी को कर्ज दे सकेंगे.
कोरोना वायरस महासंकट से जूझ रही अर्थव्यवस्था में जान डालने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ओर से बड़ी घोषणा की गई है. खबर है कि.... आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने रिवर्स रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती की घोषणा की है, साथ ही, बाजार में नकदी संकट ना आए इसके लिए भी 50 हजार करोड़ रुपये की अतिरिक्त मदद की बात कही है.
आरबीआई की ओर से रिवर्स रेपो रेट में कमी करने से सीधी मदद आम लोगों को पहुंच सकती है, इस घोषणा से बैंकों के पास ज्यादा पैसा उपलब्ध होगा, जिससे बैंक आम आदमी को कर्ज दे सकेंगे. इस ऐलान के बाद बैंकों पर कर्ज पर ब्याज दर कम करने का दबाव होगा.
देश में कोरोना अटैक के चलते आर्थिक चक्र थम-सा गया है. केन्द्र और विभिन्न राज्यों की सरकारें इस वक्त देश की जनता के जीवन की रक्षा के लिए प्रयास कर रहीं है, जो करने भी चाहिए, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है. जो लोग सरकारी सहायता के पात्र नहीं हैं, उन लोगों के सामने अपनी आर्थिक और सामाजिक प्रतिष्ठा बचाना बहुत बड़ी चुनौती है.
ये लोग अपने परिवार के भविष्य को लेकर बेहद चिंतित है. ऐसे लाखों परिवार हैं जिनके पास घरखर्च चलाने तक का पैसा भी नहीं है. यह वर्ग किसी तरह की आर्थिक मदद तो नहीं चाहता है, लेकिन अपने और अपने परिवार के जीवन की रक्षा के लिए आर्थिक व्यवस्थाएं जरूर चाहता है.
अब बैंकों को एज्यूकेशन लोन के मॉडल पर कोरोना संकट चलने तक प्रतिमाह दस से पन्द्रह हजार रुपए का जीवन रक्षा व्यक्तिगत ऋण- लाइफ सेविंग पर्सनल लोन, उपलब्ध करवाना चाहिए और इसकी सूचना तमाम बैंक खाताधारकों को दी जानी चाहिए ताकि ये लोग अपने और अपने परिवार के लिए तनाव मुक्त व्यवस्थाएं कर सकें!