कोरोना वायरस के खतरे के बीच कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) पेंशनर्स की सामाजिक सुरक्षा को लेकर सतर्क हो गया है। ईपीएफओ सोमवार (23 मार्च) को कहा है कि कोविड-19 के खतरे के बीच वह ईपीएस(कर्मचारी पेंशन योजना) के तहत आने वाले 65 लाख पेंशन उपभोक्ताओं को भुगतान करने का निर्देश दिया है।
ईपीएफओ हर महीने कर्मचारी पेंशन योजना के तहत 65 लाख से अधिक पेंशनधारकों भुगतान करता है। श्रम मंत्रालय के बयान के अनुसार, ‘‘कोरोना वायरस महामारी के कारण देश के विभिन्न भागों में लॉकडाउन की घोषणा की गई है। मौजूदा स्थिति में पेंशनभोगियों को किसी प्रकार की समस्या नहीं हो, इसके लिए केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त (CPFC) ने ईपीएफओ के 120 क्षेत्रीय कार्यालयों को पेंशनभोगियों के ब्योरे और पेंशन राशि 25 मार्च 2020 तक मिलान करने और सृजन करने को कहा है।’’
सीपीएफसी ने यह भी कहा है कि पेंशन बैंकों को पहले ही भेजा जाना चाहिए ताकि पेंशनभागियों की मासिक पेंशन समय पर भुगतान हो सके। ईपीएफओ ईपीएस के अलावा कर्मचारी भविष्य निधि और कर्मचारी डिपोजिट लिंक्ड बीमा योजना का संचालन करता है। इसके अंशधारकों की संख्या 6 करोड़ से अधिक है जिन्हें भविष्य निधि, समूह बीमा और पेंशन का लाभ मिलता है।
राजस्थान में 2 माह का एकमुश्त पेंशन मिलेगा
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 1.41 करोड़ परिवारों और सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लाभार्थियों के लिये 2000 करोड़ के पैकेज की घोषणा की। मुख्यमंत्री गहलोत ने राज्य में सामाजिक सुरक्षा पेंशन के 78 लाख लाभार्थियों को 2 माह की पेंशन एक साथ तत्काल देने के निर्देश दिए हैं। दो माह की पेंशन एक साथ मिलने से सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लाभार्थियों के हाथ में एकमुश्त 1500 रुपये एवं इससे अधिक की राशि पहुंचेगी। यह राशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में जमा होगी।
इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच बुजुर्गों, विधवाओं, दिव्यांगों की पेंशन दोगुनी करने का ऐलान किया है।