विश्व चैंपियनशिप के स्थगित होने के बाद महिला मुक्केबाजी टीम के लिए ट्रायल होना लगभग तय

By भाषा | Updated: November 11, 2021 11:39 IST2021-11-11T11:39:57+5:302021-11-11T11:39:57+5:30

Trials are almost certain for the women's boxing team after the postponement of the World Championships | विश्व चैंपियनशिप के स्थगित होने के बाद महिला मुक्केबाजी टीम के लिए ट्रायल होना लगभग तय

विश्व चैंपियनशिप के स्थगित होने के बाद महिला मुक्केबाजी टीम के लिए ट्रायल होना लगभग तय

(पूनम मेहरा)

नयी दिल्ली, 11 नवंबर अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) के इस्तांबुल में होने वाली महिला विश्व चैंपियनशिप को मार्च 2022 तक स्थगित करने के बाद पूरी संभावना है कि भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) इस टूर्नामेंट की टीम का चयन करने के लिए ट्रायल का आयोजन करेगा।

इस टूर्नामेंट का आयोजन तुर्की के शहर में पहले चार से 18 दिसंबर तक होना था और भारत ने इस टूर्नामेंट के लिए सभी वजन वर्गों में राष्ट्रीय चैंपियन और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन को चुना था।

एआईबीए ने राष्ट्रीय महासंघों को भेजे पत्र में कहा कि कोविड-19 के कारण वर्तमान में परिस्थितियां काफी मुश्किल हैं और वे टूर्नामेंट का आयोजन करके जोखिम नहीं ले सकते।

इस टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व 70 किग्रा वर्ग को छोड़कर अन्य वर्गों में गत राष्ट्रीय चैंपियन को करना था। विश्व चैंपियनशिप की दो बार की कांस्य पदक विजेता लवलीना को तोक्यो खेलों में उनके प्रदर्शन के आधार पर 70 किग्रा वर्ग में सीधे प्रवेश दिया गया था।

राष्ट्रीय महासंघ के एक सूत्र ने पीटीआई को बताया, ‘‘इस फैसले के कारण राष्ट्रीय शिविर में थोड़ा विलंब होगा और अब सभी वजन वर्गों में ट्रायल का आयोजन निश्चित है क्योंकि चार महीने का बड़ा अंतर है। हमें मुक्केबाजों की फिटनेस का भी जायजा लेना होगा इसलिए यह तार्किक है कि टूर्नामेंट के आसपास ट्रायल का आयोजन किया जाए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘साथ ही महिला मुक्केबाज तैयारी के लिए बाहर जाएंगी क्योंकि हम सिर्फ विश्व चैंपियनशिप की बात नहीं कर रहे। अगले साल राष्ट्रमंडल खेल और एशियाई खेल भी होने हैं।’’

लवलीना को सीधे चुना जाना विवाद का कारण बन गया था जब राष्ट्रीय चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता और विश्व युवा चैंपियन अरुंधति चौधरी ने इसका विरोध करते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था।

उच्च न्यायालय ने इसके बाद बीएफआई को नोटिस जारी किया था जिसने कहा था कि लवलीना की तीन नंबर की विश्व रैंकिंग और ओलंपिक के प्रदर्शन के आधार पर उन्हें सीधा प्रवेश दिया गया।

बेलग्रेड में पुरुष विश्व चैंपियनशिप के दौरान यूरोप में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच तुर्की की यात्रा करने को लेकर कई राष्ट्रीय महासंघों ने आशंका जताई थी जिसके बाद महिला विश्व चैंपियनशिप को मार्च 2022 तक स्थगित करने का फैसला किया गया।

एआईबीए अध्यक्ष उमर क्रेमलेव ने पत्र में कहा, ‘‘एआईबीए के निदेशक मंडल ने तुर्की राष्ट्रीय महासंघ के साथ सर्वसम्मति से महिला विश्व चैंपियनशिप को मार्च 2022 तक स्थगित करने का फैसला किया है।

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Web Title: Trials are almost certain for the women's boxing team after the postponement of the World Championships

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