सिंधु एक बार फिर आल इंग्लैंड चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में हारीं
By भाषा | Updated: March 20, 2021 20:13 IST2021-03-20T20:13:15+5:302021-03-20T20:13:15+5:30

सिंधु एक बार फिर आल इंग्लैंड चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में हारीं
बर्मिंघम, 20 मार्च गत विश्व चैम्पियन पी वी सिंधु को एक बार फिर प्रतिष्ठित आल इंग्लैंड बैडमिंटन चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा, वह शनिवार को यहां महिला एकल वर्ग में थाईलैंड की छठी वरीय पोर्नपावी चोचुवोंग से सीधे गेम में पराजित हो गयीं।
ओलंपिक में रजत पदक जीत चुकी सिंधु दुनिया की 11वें नंबर की खिलाड़ी चोचुवोंग की फुर्ती, ताकत और सटीकता की बराबरी नहीं कर सकी और 43 मिनट तक चले मुकाबले में 17-21 9-21 से हार गयीं।
सिंधु ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह दिन उसका था, वह जो भी शॉट लगा रही थी वो लाइन पर जा रहे थे, मैं कुछ नहीं कर सकी। मुझे अपनी सहज गलतियों पर नियंत्रण करना चाहिए था, तो शायद चीजें कुछ अलग होती। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं जानती थी कि यह अच्छा मैच होगा, वह आसान खिलाड़ी नहीं है। उसके स्ट्रोक्स काफी अच्छे हैं। ’’
दुनिया की सातवें नंबर की भारतीय 2018 ऑल इंग्लैंड चैम्पियनशिप के भी सेमीफाइनल में हार गयी थीं।
सिंधु ने कहा, ‘‘हर कोई फाइनल में पहुंचने का लक्ष्य बनाये होता है, अब यह खत्म हो गया तो मुझे अपनी गलतियों से सीख लेनी होगी और सकारात्मक चीजें सीखनी होंगी। मुझे एक महीने तक कोई टूर्नामेंट नहीं खेलना है तो मेरे पास मजबूत वापसी करने के लिये तैयारी का समय है। ’’
पांचवीं वरीयता प्राप्त सिंधु का इस सेमीफाइनल से पहले 23 वर्षीय चोचुवोंग के खिलाफ जीत का रिकार्ड 4-1 था जिसे उन्होंने जनवरी में एचएसबीसी बीडब्ल्यूएफ टूर फाइनल्स में हराया था।
लेकिन चोचुवोंग के बेहतरीन डिफेंस के आगे इस आंकड़े का कोई मतलब नहीं रहा जिन्होंने अपनी शॉट की रफ्तार से भारतीय खिलाड़ी को पस्त कर दिया।
इसी तरह सिंधु स्विस ओपन के फाइनल में ओलंपिक चैम्पियन कैरोलिना मारिन से हारी थीं और वह फिर तेज तर्रार खेलने वाली प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ कमतर दिखीं।
शायद जापान की यामागुची के खिलाफ 76 मिनट तक चले क्वार्टरफाइनल का असर सिंधु पर दिखा क्योंकि चोचुवोंग ने मुकाबले के दौरान पूरा दबदबा बनाये रखा।
सिंधु ने 3-1 से बढ़त बनायी लेकिन कुछ गलतियां कर बैठीं और चोचुवोंग ने कुछ अच्छे शॉट लगाकर 8-5 की बढ़त हासिल कर ली।
युवा थाई खिलाड़ी ने अपने क्रास कोर्ट रिटर्न का अच्छा इस्तेामल किया और ब्रेक तक 11-6 से आगे हो गयीं जिसे उन्होंने 14-7 कर दिया। सिंधु ने लगातार चार अंक जुटाकर और थाईलैंड की खिलाड़ी की गलती से अंतर 13-15 से अंतर कम किया। लेकिन चोचुवोंग ने 19-16 की बढ़त हासिल करने के बाद शानदार नेट रिटर्न से चार गेम प्वाइंट जुटाये और पहला गेम जीत लिया।
दूसरे गेम में चोचुवोंग ने 4-1 से आगे होने के बाद कुछ सहज गलतियां कर दी लेकिन वह फिर भी 4-3 से आगे थी। थाईलैंड की खिलाड़ी ने लगातार छह अंक जुटाकर इसे 10-3 कर दिया। ब्रेक तक वह सात अंक आगे थीं।
इसके बाद तो मानो सिंधु ने घुटने ही टेक दिये थे। चोचुवोंग ने 18-9 की बढ़त के बाद आसानी से इसे अपने नाम कर लिया।
शुक्रवार की रात सिंधु ने क्वार्टरफाइनल में जापान की तीसरी वरीयता प्राप्त अकाने यामागुची को 16-21 21-16 21-19 से हराकर अंतिम चार में प्रवेश किया था। एक घंटे 16 मिनट तक चला मुकाबला जीतकर सिंधु दूसरी बार इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंची थीं।
इससे पहले यामागुची के खिलाफ सिंधु का कैरियर रिकॉर्ड 10 - 7 का था लेकिन पिछले तीन मुकाबलों में उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था ।
सिंधु ने कहा ,‘‘ मैं लंबे समय बाद उसके खिलाफ खेल रही थी। शायद आखिरी बार 2019 में खेली थी । उसने भी काफी अभ्यास किया था और यह अच्छा मैच था ।’’
सिंधु ने कहा ,‘‘ पहले गेम में मैने काफी गलतियां की लेकिन दूसरे गेम से संभल गई । मैच में कई लंबी रैलियां लगी और दूसरा गेम जीतना बहुत जरूरी था । तीसरे गेम में मैने नियंत्रण नहीं खोया और कोच ने काफी सहयोग किया । हर अंक अहम था क्योंकि कोई भी जीत सकता था । मुझे खुशी है कि जीत मेरे नाम रही ।’’
सिंधु ने काफी आक्रामक खेल दिखाया लेकिन पहले गेम में सहज गलतियों का खामियाजा भुगतना पड़ा । यामागाची ने 17 - 11 से बढत बना ली लेकिन सिंधु ने वापसी करते हुए अंतर 15 - 18 का कर दिया । इसके बाद हालांकि यामागाची ने लगातार अंक लेकर पहला गेम जीत लिया ।
दूसरे गेम में दोनों ने गलतियों के साथ शुरूआत की । सिंधु ने 6 - 2 की बढत बनाई जो बाद में 8 . 4 की हो गई । यामागुची ने दो बार शटल नेट में डाल दी । सिंधु ने पांच अंक लेकर वापसी की ।
निर्णायक गेम में मुकाबला बराबरी का था और स्कोर 2 - 2 से 7 - 7 हो गया । छोर बदलने के बाद सिंधु ने 14 - 10 से बढत बनाई लेकिन यामागुची ने वापसी की और स्कोर 13 - 15 कर दिया । जापानी खिलाड़ी की सहज गलती से स्कोर 17 - 17 हो गया । सिंधु ने 19 - 18 से बढत बनाई जबकि यामागुची का शॉट वाइड चला गया और सिंधु ने मैच प्वाइंट के साथ मैच जीता।
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