कपिल देव के बाद धरने में बैठे पहलवानों के लिए नीरज चोपड़ा ने की न्याय की मांग, जानें क्या कहा
By मनाली रस्तोगी | Published: April 28, 2023 10:39 AM2023-04-28T10:39:50+5:302023-04-28T11:47:13+5:30
जहां एक और पहलवानों का धरना-प्रदर्शन जारी है तो वहीं ओलंपिक चैंपियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा उनके समर्थन में सामने आए।
नई दिल्ली: स्टार पहलवान विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक सहित कई पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न और पहलवानों को धमकाने के आरोपों के साथ जंतर मंतर पर धरने पर बैठे हैं। जहां एक और पहलवानों का धरना-प्रदर्शन जारी है तो वहीं ओलंपिक चैंपियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा उनके समर्थन में सामने आए।
चोपड़ा ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर कहा कि अपने साथी एथलीटों को न्याय की मांग के लिए सड़कों पर उतरते हुए देखकर उन्हें दुख होता है। इसके साथ ही उन्होंने तेजी से कार्रवाई करने का आग्रह किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "हमारे एथलीटों को न्याय की मांग करते हुए सड़कों पर देखकर मुझे दुख होता है। उन्होंने हमारे महान राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने और हमें गौरवान्वित करने के लिए कड़ी मेहनत की है।"
— Neeraj Chopra (@Neeraj_chopra1) April 28, 2023
उन्होंने आगे लिखा, "एक राष्ट्र के रूप में, हम प्रत्येक व्यक्ति, एथलीट या नहीं की अखंडता और सम्मान की रक्षा के लिए जिम्मेदार हैं। जो हो रहा है वह कभी नहीं होना चाहिए। यह एक संवेदनशील मुद्दा है और इससे निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से निपटा जाना चाहिए। न्याय सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए।"
भारत के विश्व कप विजेता पूर्व कप्तान कपिल देव ने भी पहलवानों को अपना समर्थन देते हुए अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर एक स्टोरी पोस्ट की। उन्होंने बजरंग और विनेश सहित अन्य लोगों की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, "क्या उन्हें कभी न्याय मिलेगा?" इससे पहले पहलवान रवि दहिया ने भी अपने साथियों के साथ खड़े होने के लिए अपने ट्विटर अकाउंट का सहारा लिया।
#JaiHind 🇮🇳🙏🏽 pic.twitter.com/L0JQyZaJyF
— Ravi Kumar Dahiya (@ravidahiya60) April 27, 2023
रवि ने लिखा, "एक फौजी और एक खिलाड़ी हर देश का गौरव होता है और उनका सम्मान करना देश का कर्तव्य है।" भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आरोपों की जांच अभी पूरी नहीं की है, जबकि सरकार द्वारा गठित निरीक्षण पैनल के निष्कर्षों को अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है।