नाडा ने महिला पहलवान विनेश फोगाट को जारी किया नोटिस, जानिए क्या है वजह
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 13, 2023 02:12 PM2023-07-13T14:12:37+5:302023-07-13T14:16:27+5:30
राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने महिला अलंपियन पहलवान विनेश फोगाट को गलत आवास का पता देने के लिए नोटिस जारी किया है।
नयी दिल्ली: राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला अलंपियन पहलवान विनेश फोगाट को गलत आवास का पता देने के लिए नोटिस जारी किया है।
खबरों के मुताबिक महिला पहलवान विनेश फोगाट गुरुवार से शुरू होने वाली बुडापेस्ट रैंकिंग सीरीज़ 2023 की कुश्ती प्रतिस्पर्धी में हिस्सा लेने वाली है और यह प्रतियोगिता हंगरी में 16 जुलाई तक चलेगी।
नाडा द्वारा दिये गये नोटिस के संबंध में दैनिक समाचार पत्र 'द ट्रिब्यून' ने जो खबर प्रकाशित की है, उसके अनुसार डोप नियंत्रण अधिकारी बीते 27 जून को विनेश के सोनीपत स्थित में प्रताप कॉलोनी के दर्ज पते पर पहुंचे थे लेकिन वहां पर न तो विनेश मिलीं और न ही उनका अधिकारी उनसे फोन से संपर्क कर पा रहे थे।
'द ट्रिब्यून' की रिपोर्ट के मुताबिक डोप नियंत्रण अधिकारी लगभग 40 मिनट तक विनेश फोगाट से संपर्क करने का प्रयास करते रहे लेकिन जब वो असफल रहे तो उन्होंने विनेश के पति पति सोमवीर राठी से फोन के माध्यम से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उनकी ओर से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।
इस संबंध में नाडा अधिकारी अंकुश गुप्ता ने महिला पहलवान विनेश फोगाट को सही पता न बताने और आवश्यक नियमों के पालन करने में विफलता का दोषी मानते हुए नोटिस जारी करके जवाब पेश करने के लिए कहा है। इस संबंध में अधिकारी अंकुश गुप्ता ने बताया कि नाडा में पंजीकृत हर खिलाड़ी को तीन महीने में अपने आवास के बारे में जानकारी अपडेट करानी होती है ताकि नाडा जरूरत पड़ने पर उनके आवास पर पहुंच सके और एंटी-डोपिंग एडमिनिस्ट्रेशन मैनेजमेंट सिस्टम (एडीएएमएस) को मैनेज कर सके।
नाडा को हर खिलाड़ी द्वारा अपना पता, ईमेल पता, फोन नंबर, कार्यसूची, प्रशिक्षण स्थल और कार्यक्रम के बारे में जानकारी साझा करनी होती है। विनेश फोगाट भी दिसंबर 2022 से आरटीपी का हिस्सा हैं।
उन्होंने कहा, “विनेश के पास इस नोटिस का जवाब देने के लिए 14 दिन का समय है। हालाँकि नोटिस के संबंध में विनेश को चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है क्योंकि 12 महीनों में यह पहली बार है कि उनका सही पता नहीं मिल पाया है क्योंकि नाडा के नियमों के अनुसार यदि खिलाड़ी 12 महीने के अंतराल में तीन बार गलत पता बताता है तो उसे डोपिंग रोधी नियम का उल्लंघन माना जाता है, जिसके कारण खिलाड़ी के दो साल के निलंबन का प्रावधान है।