बर्थडे स्पेशल: मैरी कॉम का सुपर बॉक्सर से 'गोल्डन गर्ल' तक का सफर, मोहम्मद अली से मिली थी प्रेरणा
By विनीत कुमार | Published: March 1, 2018 07:55 AM2018-03-01T07:55:48+5:302018-03-01T07:55:48+5:30
Happy Birthday Mary Kom: पूर्वोत्तर भारत के राज्य मणिपुर से निकली और फिर दुनिया पर छा जाने के मैरी कॉम के सफरनामे की कायल बॉलीवुड भी हुई।
पांच बार की वर्ल्ड चैम्पियन सहित लंदन ओलंपिक (2012) में ब्रॉन्ज मेडल जीत इतिहास रच चुकी मैरी कॉम भारतीय बॉक्सिंग में वह नाम हैं जो अब किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। वह ने केवल देश में आज बॉक्सिंग की पहचान हैं बल्कि दुनिया भर की महिलाओं के लिए भी प्रेरणा हैं। 1 मार्च 1983 को मणिपुर में जन्मीं मैरी कॉम आज अपना जन्मदिन मना रही हैं। मैरी कॉम भले ही आज 35वां बर्थडे मना रही हैं लेकिन बॉक्सिंग के रिंग में उनका जलवा आज भी बरकरार है।
पिछले ही साल वियतनाम के हो ची मिन शहर में आयोजित हुए कॉन्टिनेंटल मीट में गोल्ड मेडल जीत कर 35 साल की मैरी कॉम ने एक और इतिहास रचा। वह इस इवेंट में पांच गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली बॉक्सर बन गईं।
मोहम्मद अली को टीवी पर देखकर बॉक्सर बनने की मिली प्रेरणा
मैरी कॉम को बचपन में टीवी पर मोहम्मद अली को मुक्केबाजी करते देख बॉक्सर बनने की प्रेरणा मिली। परिवार ने शुरू में विरोध किया। इसके बावजूद ने मैरी कॉम ने बॉक्सिंग की ट्रेनिंग शुरू की और इसके कुछ महीनों बाद ही 2000 में राज्य स्तरीय चैम्पियनशिप जीता। मैरी कॉम कई बार इसका जिक्र कर चुकी हैं जब उन्होंने बॉक्सिंग शुरू की तो कई लोग उनका मजाक बनाते थे।
मैरी कॉम को महिला होने के नाते अपने सफर में बॉक्सिंग संघों की राजनीति और दूसरी परेशानियों का भी शिकार होना पड़ा। इसके बावजूद वह अपने सफर पर आगे बढ़ती रहीं। (और पढ़ें- वीडियो: रैना ने तीसरे टी20 में नहीं मानी थी धोनी की बात, फिर ऐसे चुकाई कीमत)
राज्य सभा सांसद मैरी कॉम
अक्सर राज्य सभा पहुंचने वाले सेलिब्रिटी को लेकर कई सवाल उठते रहते हैं। मसलन, उनकी ज्यादातर सत्रों में गैरहाजिरी या फिर बतौर सांसद काम के प्रति गंभीर नहीं होने की बात सुर्खियां बनती हैं। हालांकि, मैरी कॉम ऐसे विवाद में कभी नहीं फंसी। वह लागातार संसद सत्रों में हिस्सा लेती हैं। साथ ही वह खेल से जुड़े बैठकों में हिस्सा लेती हैं। मैरी कॉम तीन बच्चों की मां हैं और खुद बताती हैं कि कई बार सभी चीजों को एक साथ लेकर चलना मुश्किल होता है। इसके बावजूद वह अब तक इसमें सफल रही हैं। (और पढ़ें- साउथ अफ्रीका में सीरीज जीत के बाद टीम इंडिया ने जीता दिल, इस बड़ी समस्या के लिए दिया डोनेशन)
एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर रचा इतिहास
साल-2012 में लंदन में हुए ओलंपिक में वह क्वॉलीफाई करने वाली एकमात्र भारतीय बॉक्सर रहीं और ब्रॉन्ज मेडल भी जीता। यही नहीं, 2014 में दक्षिण कोरिया में इंचियोन में हुए एशियन गेम्स में मैरी कॉम ने गोल्ड मेडल जीता और ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय महिला रहीं।
जब बॉलीवुड हुआ मैरी कॉम का कायल
पूर्वोत्तर भारत के राज्य मणिपुर से निकली और फिर दुनिया पर छा जाने के मैरी कॉम के सफरनामे की कायल बॉलीवुड भी हुई। यही कारण था कि उमंग कुमार ने उनकी जिंदगी पर 2014 में फिल्म बनाई। संजय लीला भंसाली इस फिल्म के प्रोड्यूसर रहे और प्रियंका चोपड़ा ने इसमें मैरी कॉम की भूमिका निभाई। मैरी कॉम की जिंदगी के संघर्ष पर बनी यह फिल्म लोगों ने भी खूब पसंद की। (और पढ़ें- युवराज सिंह कब लेंगे संन्यास, इस सवाल पर दिया ये जवाब)