Junior Men's Asia Cup Hockey: भारतीय पुरुष जूनियर हॉकी टीम ने ओमान में कमाल कर दिया। चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को फाइनल में 2-1 से हराकर चौथी बार एशिया कप खिताब जीत लिया। पहले हाफ में अंगद बीर सिंह (13वें मिनट) और अरिजीत सिंह हुंदल (20वें) ने गोल किए।
फाइनल में पाकिस्तान का एकमात्र गोल दूसरे हाफ में अब्दुल बशारत (37वें) ने किया। भारत ने इससे पहले 2004, 2008 और 2015 में खिताब जीता था। उपविजेता पाकिस्तान ने भी तीन बार 1987, 1992 और 1996 में खिताब जीता था।
हॉकी इंडिया खिलाड़ियों और कर्मचारियों को उनकी शानदार उपलब्धि के लिए रुपये का नकद पुरस्कार देकर पुरस्कृत करने की घोषणा की है। जूनियर पुरुष हॉकी टीम के प्रत्येक खिलाड़ी के लिए 2 लाख और प्रत्येक सहायक स्टाफ के लिए 1 लाख दिया जाएगा। आठ साल बाद हो रहे इस टूर्नामेंट को देखने के लिये भारी तादाद में भारत और पाकिस्तान के प्रशंसक जुटे थे।
आखिरी क्षणों में पाकिस्तान ने काफी आक्रामक हॉकी दिखाई लेकिन भारतीय गोलकीपर मोहित एच एस की अगुवाई में रक्षापंक्ति ने उनके हर वार को नाकाम कर दिया। भारत के लिये अंगद बीर सिंह ने 12वें मिनट में, अराइजीत सिंह हुंडल ने 19वें मिनट में गोल दागे जबकि भारत के पूर्व मुख्य कोच रोलैंट ओल्टमेंस की कोचिंग वाली पाकिस्तानी टीम के लिये एकमात्र गोल 37वें मिनट में बशारत अली ने किया।
भारत ने 2004, 2005 और 2015 के बाद यह खिताब चौथी बार जीता है जबकि पाकिस्तान 1987, 1992 और 1996 में चैम्पियन रह चुका है। दोनों टीमें इससे पहले तीन बार जूनियर पुरूष हॉकी एशिया कप के फाइनल में भिड़ चुकी हैं । पाकिस्तान ने 1996 में जीत दर्ज की जबकि 2004 में भारत विजयी रहा।
भारत ने पिछली बार मलेशिया में खेले गए टूर्नामेंट में पाकिस्तान को 6 . 2 से हराकर खिताब जीता था। इस बार टूर्नामेंट आठ साल बाद हो रहा है। कोरोना महामारी के कारण 2021 में इसका आयोजन नहीं हुआ था । भारत ने आक्रामक शुरूआत करके पाकिस्तानी गोल पर पहले ही क्वार्टर में कई हमले बोले ।
भारत को 12वें मिनट में पहली कामयाबी अंगद बीर ने दिलाई । दूसरे क्वार्टर में भी गेंद पर नियंत्रण के मामले में भारत का ही दबदबा रहा । भारतीय फॉरवर्ड पंक्ति के शानदार मूव को अराइजीत ने फिनिशिंग देते हुए 19वें मिनट में दूसरा फील्ड गोल दागा । टूर्नामेंट में यह उनका आठवां गोल था ।
हाफटाइम से पहले पाकिस्तान के शाहिद अब्दुल ने सुनहरा मौका बनाया लेकिन गोल के सामने से उनके शॉट को भारतीय गोलकीपर मोहित एच एस ने पूरी मुस्तैदी से बचाया । दूसरे हाफ में पाकिस्तानी टीम ने आक्रामक वापसी की और इसका फायदा उसे तीसरे क्वार्टर के सातवें मिनट में मिला जब शाहिद अब्दुल ने सर्कल के भीतर से भारतीय डिफेंडरों को छकाते हुए गोल के दाहिनी ओर खड़े बशारत को गेंद सौंपी और उन्होंने भारतीय गोलकीपर को चकमा देकर गोल कर दिया ।
पाकिस्तान को 50वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन टीम बराबरी का गोल नहीं कर सकी । वहीं चार मिनट बाद लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी । भारत और पाकिस्तान दोनों टूर्नामेंट में अपराजेय रहे हैं । दोनों का सामना लीग चरण में भी हुआ था लेकिन वह मैच 1 . 1 से ड्रॉ रहा था।
भारत बेहतर गोल औसत के आधार पर लीग चरण में शीर्ष पर रहा। गत चैम्पियन भारत ने पहले मैच में चीनी ताइपै को 18 . 0 से हराया जबकि जापान को 3 . 1 और थाईलैंड को 17 . 0 से मात दी। सेमीफाइनल में भारत ने कोरिया को 9 . 1 से हराया। वहीं पाकिस्तान ने लीग चरण में चीनी ताइपै को 15 . 1, थाईलैंड को 9 . 0, जापान को 3 . 2 से और सेमीफाइनल में मलेशिया को 6 . 2 से हराया था।