जसपाल राणा का खुलासा- मनु भाकर ने नहीं किसी और ने किया था 2 करोड़ की इनामी राशि वाला ट्वीट
By विनीत कुमार | Published: February 4, 2019 07:54 PM2019-02-04T19:54:44+5:302019-02-04T19:54:44+5:30
यह पूरा विवाद जनवरी के पहले हफ्ते में सामने आया था जब मनु भाकर ने एक के एक बाद ट्वीट कर हरियाणा सरकार पर निशाना साधा था।
दिग्गज शूटर और कोच जसपाल राणा ने खुलासा किया है कि दो करोड़ की इनामी राशि वाला ट्वीट मनु भाकर ने नहीं किया था। भाकर के ट्वीट के बाद पिछले महीने हरियाणा सरकार खिलाड़ियों को लेकर अपनी नीति को लेकर कटघरे में आ गई थी। राणा के अनुसार हरियाणा की उभरती हुई युवा निशानेबाज मनु भाकर के ट्विटर हैंडल से किसी और ने वह ट्वीट किया था। राणा ने साथ ही कहा कि ऐसे विवाद से किसी के भी करियर पर खराब असर पड़ सकता है। राणा पूर्व में मनु भाकर को कोचिंग दे चुके हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार राणा ने कहा, 'मैं जानता हूं कि वह मनु का कमेंट नहीं था। वह कोई और था जो उनके ट्विटर हैंडल को देखता है और उसने यह किया, जिसने ऐसा किया उसे अपनी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। मनु अपना ट्विटर अकाउंट नहीं देखती।'
राणा के अनुसार, 'यह मनु के लिए अच्छा नहीं है। यह वाकई दुखद है और मुझे लगता है कि जो भी शब्द इस्तेमाल किये गये वे सही नहीं थे। यह गलत है। वह युवा है और उसे अभी बहुत आगे जाना है।'
बता दें कि यह पूरा विवाद जनवरी के पहले हफ्ते में सामने आया था जब मनु भाकर ने एक के एक बाद ट्वीट कर राज्य सरकार और हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज पर निशाना साधा था। मनु ने अनिल विज से ट्वीट कर पूछा था कि क्या उन्हें यूथ ओलंपिक-2018 में गोल्ड मेडल जीतने के बाद सरकार के पहले के वादे के अनुसार 2 करोड़ रुपये मिलेंगे या फिर ये कोई जुमला था।
विवाद बढ़ने के बाद अनिल विज ने भाकर के ट्वीट पर नाराजगी जताते हुए कहा था कि निश्चित रूप से वादे के मुताबिक ही इनामी राशि दी जाएगी और मनु भाकर को इस तरह से विवाद करने को लेकर दुख जताना चाहिए।
गौरतलब है कि भाकर ने पिछले साल यूथ ओलंपिक, आईएसएसएफ वर्ल्ड कप और कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था। टोक्यो ओलंपिक (2020) को देखते हुए दिसंबर में भाकर को टार्गेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (TOPS) के तहत 16 शीर्ष निशानेबाजों में भी शामिल किया गया। इस योजना के तहत चुने गये एथलीट को सरकार की ओर से तैयारी के लिए हर महीने 50, 000 रुपये मुहैया कराये जाते हैं।