ओलंपिक को रद्द करने पर आईओसी का आया बयान, कहा- स्थगित करना एक विकल्प, लेकिन एजेंडे में नहीं है रद्द करना
By भाषा | Published: March 23, 2020 11:57 AM2020-03-23T11:57:33+5:302020-03-23T11:57:33+5:30
आईओसी ने कहा, ‘‘हमने पहले भी संकेत दिये हैं कि हम अलग अलग विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। टोक्यो ओलंपिक 2020 की अंतिम तिथि तय करना अभी भी जल्दबाजी होगी।’’
लुसाने। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने रविवार को कहा कि दुनिया भर में कोविड 19 के प्रकोप के चलते ओलंपिक स्थगित करना एक विकल्प है लेकिन टोक्यो ओलंपिक रद्द करना उसके एजेंडे में नहीं है। आईओसी पर 24 जुलाई से नौ अगस्त तक होने वाले खेलों को स्थगित करने का खेल महासंघों की ओर से काफी दबाव है। आईओसी अध्यक्ष थामस बाक ने कहा कि इस पर फैसला चार सप्ताह के भीतर लिया जायेगा। उन्होंने खिलाड़ियों को एक खुले खत में लिखा,‘‘ इंसान सबसे ऊपर है,खेलों के आयोजन से भी।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ हमने पहले भी संकेत दिये हैं कि हम अलग अलग विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। टोक्यो ओलंपिक 2020 की अंतिम तिथि तय करना अभी भी जल्दबाजी होगी।’’ उन्होंने कहा कि आईओसी संबंधित पक्षों और स्वास्थ्य विभाग से संपर्कमें है। बाक ने कहा,‘‘ हमें यकीन है कि अगले चार सप्ताह में कोई हल निकल आयेगा। खेलों को रद्द करना किसी समस्या का समाधान नहीं है और इससे किसी का भला नहीं होगा लिहाजा यह हमारे एजेंडे में नहीं है।’’
इससे पहले अमेरिका और फ्रांस के तैराकी महासंघ, अमेरिका और स्पेन के एथलेटिक्स महासंघ, नार्वे ओलंपिक समिति, फ्रांस एथलेटिक्स और जाने माने मौजूदा और पूर्व खिलाड़ी कह चुके हैं कि इन हालात में ओलंपिक नहीं होने चाहिये। चार बार के ओलंपिक चैम्पियन फर्राटा और लंबी कूद के एथलीट कार्ल लुईस ने कहा कि वह खेलों को स्थगित करने के पक्ष में हैं।
उन्होंने कहा ,‘‘ऐसे माहौल में खिलाड़ियों के लिये तैयारी कर पाना मुश्किल है। मुझे लगता है कि खेल दो साल बाद कराये जाने चाहिये। बीजिंग में 2022 में शीतकालीन ओलंपिक के साथ। इसे ओलंपिक वर्ष बना देना चाहिये।’’
इस बीच विश्व एथलेटिक्स के अध्यक्ष सेबेस्टियन कू ने बाक को पत्र लिखकर कहा है कि जुलाई में ओलंपिक करना ना तो संभव है और ना ही उचित। उन्होंने कहा ,‘‘ कोई भी नहीं चाहता कि ओलंपिक स्थगित हों लेकिन हम खिलाड़ियों की सुरक्षा की कीमत पर खेल नहीं करा सकते।’’
वहीं कनाडा ओलंपिक समिति ने कहा कि वह अपने खिलाड़ियों को इस साल ओलंपिक में नहीं भेजेगी और खेल कम से कम एक साल के लिये टलने चाहिये। इसने एक बयान में कहा ,‘‘ ओलंपिक पर फैसला तुरंत आना चाहिये। ऐसे समय में खिलाड़ियों के लिये अभ्यास करना भी सुरक्षित नहीं है।’’
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने भी आईओसी से इस पर तुरंत फैसला लेने को कहा है। आईओसी अब तक लगातार कहती आई है कि खेल 24 जुलाई से शुरू होंगे हालांकि कोविड 19 के चलते दुनिया भर में टूर्नामेंट रद्द हो गए हैं। चारों ओर से हो रही निंदा के बाद आईओसी ने आखिरकार स्वीकार किया कि ओलंपिक स्थगित करने की संभावना पर विचार हो सकता है। ब्राजील और स्लोवेनिया की ओलंपिक समिति ने भी कहा है कि इन हालात में वे अपने खिलाड़ियों को ओलंपिक के लिये नही भेज सकते।