महिला हॉकी से लेकर श्रीकांत और सिंधु की चमक तक, कुछ ऐसा रहा भारतीय खेलों के लिए साल 2017
By विनीत कुमार | Published: December 28, 2017 08:57 PM2017-12-28T20:57:04+5:302017-12-29T14:27:14+5:30
फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप के आयोजन से लेकर महिला हॉकी टीम के वर्ल्ड रैंकिंग में पहली बार टॉप-10 में पहुंचने की उपलब्धि खास रही।
साल-2017 कई मायनों में भारतीय खेल के लिए शानदार रहा। क्रिकेट में एक ओर जहां टीम इंडिया ने कई उपलब्धियां हासिल की। वहीं, दूसरे खेलों में भी भारतीय खिलाड़ियों ने अपनी सफलता के परचम फहराये। फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप के आयोजन से लेकर महिला हॉकी टीम के वर्ल्ड रैंकिंग में पहली बार टॉप-10 में पहुंचने की उपलब्धि खास रही। हालांकि, कई बार निराशा भी मिली लेकिन फिर भी यह साल भारतीय खेलों के लिए कई सराहने वाली उपलब्धि ले कर आया। आईए, नजर डालते हैं क्रिकेट से इतर दूसरे खेलों के लिए कैसा रहा साल 2017-
हॉकी: भारतीय हॉकी के लिए यह साल मिला-जुला रहा। मेंस हॉकी टीम ने जहां करीब एक दशक बाद एशिया कप पर कब्जा जमाया वहीं, हॉकी वर्ल्ड लीग फाइनल्स में ब्रॉन्ज मेडल भी इस टीम ने जीता। महिला हॉकी के लिए यह साल जरूर यादगार रहा। महिला टीम ने अक्टूबर-नवंबर में अपना दूसरा एशिया कप जीता। इस जीत का नतीजा ये रहा कि महिला हॉकी टीम पहली बार वर्ल्ड हॉकी रैकिंग में टॉप-10 में जगह बनाने में कामयाब रही।
बैडमिंटन: यह साल भारतीय बैडमिंटन के लिए जरूर अच्छा रहा। श्रीकांत और सिंधु ने इस साल कई उपलब्धियां हासिल की। श्रीकांत जहां वर्ल्ड रैकिंग में लंबी छलांग लगाते हुए टॉप-10 में पहुंचे वहीं डेनमार्क और फ्रेंच ओपनसुपरसीरीज खिताब भी जीता। इसके साथ ही वह सुपरसीरीज खिताब जीतने वाले चौथे खिलाड़ी बने। वहीं, दूसरी ओर सिंधु वर्ल्ड बैडमिंटन चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल जीता। इसके अलावा, सिंधु ने सैयद मोदी इंटरनेशनल ओपन, कोरिया ओपन और इंडिया ओपन का खिताब जीता। वह हांगकांग ओपन के फाइनल में भी पहुंची थीं।
बॉक्सिग: मैरी कॉम ने एशियन चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल जीत कर वापसी के संकेत दिए हैं। गौरव बिधुरी के ब्रॉन्ज ने भी कुछ उम्मीदें तो जगाई लेकिन इसके अलावा बहुत कुछ इस खेल में इस साल भारत के हाथ नहीं आया। अगले साल अप्रैल में राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन है और इस लिहाज से भारतीय मुक्केबाजी के लिए यह बहुत अच्छा साल नहीं रहा।
फुटबॉल: भारतीय फुटबॉल के लिए यह साल बेहद अहम रहा। अंडर-17 वर्ल्ड कप के तौर पर भारत ने पहली बार फीफा के किसी इवेंट की मेजबानी की। यह टूर्नामेंट न केवल सफल रहा बल्कि इसे उम्मीद से ज्यादा दर्शक भी मिले।
भारत को भले ही इस टूर्नामेंट में सभी मैचों में हार का सामना करना पड़ा लेकिन जिकसन सिंह ने गोल कर इतिहास जरूर रच दिया। कोलंबिया के खिलाफ मैच में गोल के साथ ही वह फीफा टूर्नामेंट में गोल करने वाले पहले भारतीय बन गए।