ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके भारतीय निशानेबाज ट्रेनिंग सह प्रतियोगिता दौरे के लिए क्रोएशिया रवाना
By भाषा | Published: May 11, 2021 05:28 PM2021-05-11T17:28:18+5:302021-05-11T17:28:18+5:30
नयी दिल्ली, 11 मई ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके भारतीय निशानेबाजों की टीम मंगलवार को ढाई महीने के ट्रेनिंग सह प्रतियोगिता दौरे के लिए क्रोएशिया रवाना हो गई। यह तोक्यो ओलंपिक से पहले टीम के पास तैयारी का अंतिम मौका होगा।
कोच और सहयोगी स्टाफ के साथ भारत की 13 सदस्यीय निशानेबाजी टीम क्रोएशिया की राजधानी जागरेब के लिए रवाना हुई जहां टीम ट्रेनिंग शिविर में हिस्सा लेगी। ट्रेनिंग शिविर में हिस्सा लेने के बाद टीम ओसियेक रवाना होगी जहां उसे यूरोपीय चैंपियनशिप (20 मई से छह जून) और फिर संयुक्त आईएसएसएफ विश्व कप (22 जून से तीन जुलाई) में हिस्सा लेना है।
भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के अध्यक्ष रानिंदर सिंह ने टीम की रवानगी से ठीक पहले ट्वीट किया, ‘‘टीम इंडिया 20 मिनट में रवाना होगी। टीम की सफलता के लिए कड़ी मेहनत करो।’’
ओलंपिक के लिए जाने वाले दो स्कीट निशानेबाज अंगद वीर सिंह बाजवा और मेराज अहमद खान इटली में ट्रेनिंग करेंगे।
गुरजोत सिंह खांगुरा सहित दो भारतीय निशानेबाजों ने लोनाटो में चल रहे शॉटगन विश्व कप में हिस्सा लिया जहां वे सोमवार को पुरुष स्कीट स्पर्धा के फाइनल में जगह नहीं बना पाए।
राष्ट्रीय राइफल टीम की हाई परफोर्मेंस कोच और पूर्व भारतीय निशानेबाज सुमा शिरूर ने रवानगी से पहले ट्वीट किया, ‘‘‘भारत माता की जय’ के साथ हम क्रोएशिया जाने के लिए तैयार हैं। वहां से सीधे तोक्यो 2020 ओलंपिक के लिए रवाना होंगे। कुल मिलाकर 80 दिन। भारतीय निशानेबाजी टीम को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए आपकी दुआओं की जरूरत है।’’
क्रोएशिया के बाद भारतीय टीम 23 जुलाई से शुरू हो रहे ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिए सीधे तोक्यो रवाना होगी।
ओसियेक में आईएसएसएफ विश्व कप का आयोजन अजरबेजान के बाकू में 21 जून से दो जुलाई तक होने वाले विश्व कप की जगह किया जा रहा है जिसे देश में कोविड-19 मामलों में इजाफे के बाद रद्द कर दिया गया था।
तेरह राइफल और पिस्टल निशानेबाजों के साथ नौ कोच होंगे लेकिन समरेश जंग, जसपाल राणा और रोनक पंडित जैसे कुछ कोच विभिन्न कारणों से टीम के साथ नहीं जा सके।
क्रोएशिया में कोविड-19 नियमों के अनुसार ट्रेनिंग शुरू करने से पहले भारतीय दल को अनिवार्य पृथकवास से गुजरना होगा।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।