भारतीय मुक्केबाज 2020 ओलंपिक में करेंगे कुछ बड़ा: सैंटियागो निएवा
By भाषा | Published: September 27, 2019 04:29 PM2019-09-27T16:29:03+5:302019-09-27T16:29:03+5:30
Indian Boxing: भारतीय बॉक्सिंग के हाई परफॉर्मेंस निदेशक सैंटियागो निएवा ने कहा है कि भारतीय बॉक्सर 2020 ओलंपिक में करेंगे दमदार प्रदर्शन
नई दिल्ली, 27 सितंबर: हाई परफॉर्मेंस निदेशक सैंटियागो निएवा का मानना है कि भारतीय मुक्केबाज सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं और वह चाहते हैं कि मुक्केबाज एशियाई क्वॉलिफायर से कम से कम पांच ओलंपिक कोटे हासिल करें।
भारतीय मुक्केबाजों ने हाल में विश्व चैंपियनशिप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया जिसमें अमित पंघाल (52 किग्रा) ने रजत और मनीष कौशिक (63 किग्रा) ने कांस्य पदक अपने नाम किया।
इससे पहले भारत ने कभी भी एक चरण में एक कांस्य से ज्यादा पदक हासिल नहीं किया था। निएवा ने कहा, ‘‘हम जिस टूर्नामेंट में जाते हैं, उसमें हमेशा नतीजों की तुलना करते हैं कि अगर ये ओलंपिक होते तो क्या होता। क्या हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं? अभी तक हमने दिखा दिया कि हम हर प्रतियोगिता में अच्छा कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ओलंपिक में कोई गांरटी नहीं है लेकिन हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं और हमें पूरा भरोसा है कि हम ओलंपिक में कुछ बड़ा करेंगे।’’
भारतीय मुक्केबाज अब तीन से 14 फरवरी को चीन के वुहान में होने वाले एशियाई ओसनिया क्वॉलिफायर को ध्यान में रखकर ट्रेनिंग करेंगे। क्वॉलिफायर में आठ पुरुष वजन वर्गों -- फ्लाइवेट 52 किग्रा, फेदरवेट 57 किग्रा, लाइटवेट 63 किग्रा, वेल्टरवेट 69 किग्रा, मिडिलवेट 75 किग्रा, लाइट हेवीवेट 81 किग्रा, हेवीवेट 91 किग्रा और सुपर हेवीवेट 91 किग्रा से अधिक -- में ओलंपिक कोटे दांव पर लगे होंगे।
निएवा ने कहा, ‘‘क्वॉलिफायर काफी मुश्किल होंगे। हम चाहते हैं सभी आठ मुक्केबाज क्वॉलिफाई कर लें, लेकिन वास्तविकता की बात करें तो पांच से छह मुक्केबाजों को ओलंपिक के लिये क्वॉलिफाई करना चाहिए।’’
निएवा ने कहा, ‘‘निचले वजन वर्गों में विश्व चैंपियनशिप और ओलपिंक पदकधारी मुक्केबाज होंगे इसलिये हम आराम से नहीं बैठ सकते। हमें सुनिश्चित करना होगा कि हम उन्हें काफी अंतर से हरायें ताकि जजों के दिमाग में कोई संशय नहीं रहे, हमारी चुनौती यही है।’’ भारतीय मुक्केबाजों के आगामी महीनों के कार्यक्रम के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘अभी हमारे दो टूर्नामेंट हैं, पहला अक्टूबर में विश्व सैन्य खेल और फिर दिसंबर में इंडियन बाक्सिंग लीग।’’