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जोकोविच की निगाहें 20वें ग्रैंडस्लैम खिताब पर

By भाषा | Updated: July 10, 2021 20:55 IST

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विम्बलडन, 10 जुलाई (एपी) सर्बियाई स्टार नोवाक जोकोविच रविवार को जब विम्बलडन पुरूष एकल फाइनल में माटियो बेरेटिनी के खिलाफ आल इंग्लैंड कोर्ट पर उतरेंगे तो उनकी निगाहें दमदार प्रदर्शन को जारी रखते हुए 20वां ग्रैंडस्लैम खिताब अपने नाम करने की होगी।

शीर्ष वरीयता प्राप्त जोकोविच का यह 30वां मेजर फाइनल है जबकि बेरेटिनी यहां जूनियर स्पर्धा में खेल चुके हैं।

जोकोविच अगर खिताब जीत लेते हैं तो रिकार्ड 20 ग्रैंडस्लैम से जीतने वाले रोजर फेडरर और राफेल नडाल की बराबरी कर लेंगे। सातवीं वरीयता प्राप्त बेरेटिनी का यह पहला फाइनल है और 1976 फ्रेंच ओपन में एड्रियानो पनाटा के खिताब जीतने के बाद किसी भी इटली के खिलाड़ी का यह पहला फाइनल है। यह पहला पुरूष फाइनल होगा जिसमें एक महिला मारिया सिसाक चेयर अंपायर की भूमिका निभायेंगी।

बेरेटिनी ने शुक्रवार को हर्बट हुरकाज को हराने के बाद कहा, ‘‘रविवार को जब मैं कोर्ट पर उतरूंगा तो गर्व से सिर ऊंचा करके खेलूंगा, देखते हैं क्या होता है। मैं यह नहीं सोचना चाहता कि फाइनल तक पहुंचने से ही संतोष कर लूं क्योंकि मैं हमेशा और चाहता हूं। ’’

खिताबी मैच में बेरेटिनी के लिये जोकोविच के खिलाफ उनकी सर्विस काफी अहम होगी क्योंकि यह सर्बियाई खिलाड़ी सर्विस रिटर्न करने में माहिर है जिन्होंने प्रतिद्वंद्वी की सर्विस पर 29 प्रतिशत मैच जीते हैं।

बेरेटिनी किस तरह से परिस्थितियों को संभालते हैं, यह देखना होगा।

जोकोविच ने याद किया कि वह जब पहली बार ग्रैंडस्लैम के फाइनल में पहुंचे थे तो उन्हें कैसा महसूस हुआ था। वह तब 20 साल के थे और 2007 अमेरिकी ओपन में तीन सेट तक चले मैच में रोजर फेडरर से हार गये थे।

जोकोविच ने कहा, ‘‘मैं फाइनल में पहुंचकर काफी रोमांचित था। मैं करीब था, रोजर के खिलाफ अच्छा मैच रहा लेकिन मैं हार गया था। ’’

जोकोविच के लिये आत्मविश्वास कोई मुद्दा नहीं है और न ही 34 साल के इस सर्बियाई खिलाड़ी के लिये ऐसा होना चाहिए।

अगर बेरेटिनी ग्रास कोर्ट पर 11 मैच की जीत की लय को जारी रख पाते हैं तो वह बोरिस बेकर (1985) के बाद अपने पदार्पण में ट्राफी हासिल करने वाले पहले खिलाड़ी बन सकते हैं।

जोकोविच का दबदबा शानदार है, उन्होंने 2018 के बाद से विम्बलडन में पिछले 20 मैचों में जीत हासिल की है। उन्होंने ग्रैंडस्लैम में पिछले 20 मैच जीते हैं जिसकी शुरूआत इस सत्र से हुई। इस दौरान उन्होंने फरवरी में हार्डकोर्ट पर आस्ट्रेलियाई ओपन जीता और जून में लाल बजरी पर फ्रेंच ओपन जीता (जिसमें उन्होंने क्वार्टरफाइनल में बेरेटिनी को हराया था।)।

अगर जोकोविच रविवार को एक और विम्बलडन खिताब अपनी झोली में डाल लेते हैं तो वह अपने कैलेंडर ग्रैंडस्लैम से महज एक खिताब दूर रह जायेंगे जो अभी तक केवल दो ही पुरूष खिलाड़ी कर सके हैं जिसमें रॉड लेवर ने 1962 और 1969 में ऐसा दो बार किया था।

जोकोविच रविवार को आल इंग्लैंड क्लब पर जीत से कुल छठी और लगातार तीसरी चैम्पियनशिप हासिल कर लेंगे। इसके अलावा वह नौ बार आस्ट्रेलियाई ओपन, तीन अमेरिकी ओपन और दो फ्रेंच ओपन ट्राफियां जीत चुके हैं।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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