बर्मिंघम: 28 जुलाई से 8 अगस्त तक चलने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए भारतीय दल पूरी तरह से फॉर्म में नजर आ रहा है। कुल 72 देशों और टेरिटरी से लगभग 6000 एथलीट इस स्पोर्ट्स इवेंट में हिस्सा लेंगे। भारत की तरफ से इन खेलों का हिस्सा बनने के लिए भारत के 215 खिलाड़ी इंग्लैंड के बर्मिंघम पंहुचे हैं। ये अलग-अलग खेलों में प्रदर्शन करेंगे। आइए जानते हैं कि 22वें कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के कौन से राज्य से कितने खिलाड़ी पंहुचे हैं और वो किस खेल में अपना दमखम दिखाने वाले हैं।
इंग्लैंड के शहर बर्मिंघम में 22वें कॉमनवेल्थ गेम्स
इंग्लैंड के शहर बर्मिंघम में 22वें कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लेने वाले उत्साहित हैं हालांकि उन पर देश के नाम रोशन करने की जिम्मेदारी भी है। इसके लिए खिलाड़ी जी तोड़ मेहनत करते हैं और कई पड़ावों को पार कर यहां तक पंहुचे हैं।
भारत के 215 खिलाड़ी इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स के 15 खेलों में हिस्सा ले रहे हैं। भारत की तरफ से सबसे ज्यादा खिलाड़ी हरियाणा से हैं जिनकी संख्या 39 है। इसके बाद दूसरे नंबर पर 26 खिलाड़ियों के साथ पंजाब है जबकि तमिलनाडु से 17, दिल्ली और महाराष्ट्र से 14-14 एथलीट बर्मिंघम पहुंचे हैं।
हरियाणा से सबसे ज्यादा खिलाड़ी ले रहे हिस्सा
2021 में हुए टोक्यो ओलंपिक की बात की जाए तो भारत की तरफ से सबसे ज्यादा खिलाड़ी हरियाणा से ही थे। इस बार 22वें कॉमनवेल्थ गेम्स में भी ऐसा ही हुआ है। चलिए सबसे पहले जानते हैं कि 22वें कॉमनवेल्थ गेम्स में हरियाणा का कौन सा खिलाड़ी किस खेल में हिस्सा लेने वाला है।
पिछले कई सालों की बात की जाए तो हरियाणा ने देश को बेहतरीन खिलाड़ी दिए हैं। चाहे मुक्केबाजी की बात हो या साइकलिंग की ऐसे कई खेल हैं जिसमें हरियाणा के खिलाड़ियों का प्रदर्शन अच्छा रहा है। महिला और पुरुष वर्ग दोनों में ही हरियाणा के एथलीट अव्वल साबित हुए हैं। इस बार के कॉमनवेल्थ गेम्स में हरियाणा से 39 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। इनमें से 19 महिला खिलाड़ी हैं।
भारतीय महिला हॉकी टीम की बात कर ली जाए तो टोक्यो ओलंपिक का प्रदर्शन देश नहीं भूला होगा। महिला टीम बेहद करीब पहुंचकर ओलंपिक मेडल से चूक गई थी। इस बार बर्मिंघम गई 18 सदस्यों वाली हॉकी टीम में 8 महिलाऐं हरियाणा की हैं। कई और मजबूत महिला खिलाड़ी हरियाणा से हैं जिनपर कॉमनवेल्थ गेम्स मे सबकी निगाहें बनी रहेंगी। इसमें साक्षी मलिक, विनेश फोगाट से भी देश को कुश्ती में मेडल की उम्मीदें हैं। भारत के 12 मुक्केबाजो में से भी 6 हरियाणा से ही हैं।
कुश्ती या फिर मुक्केबाजी में मेडल की उम्मीद ज्यादा
अगर खेलों की बात जाए तो कई ऐसे खेल और इवेंट है जिसमें भारत के खिलाड़ी हिस्सा लेने वाले हैं। जूडो, कुश्ती या फिर मुक्केबाजी में देश के उत्तरी राज्यों के कई खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। जबकि देश के दक्षिण राज्य जैसे कि तमिलनाडू केरल और तेलगांना के खिलाड़ी टेबल टेनिस और बैंडमिंडटन जैसे खेलों में दमखम दिखाने वाले हैं।
देश को कुश्ती के खिलाड़ियों को इस बार सबसे ज्यादा उम्मीदें हैं। 12 कुश्ती के खिलाड़ी जो 22वें कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के तरफ से खेलने वाले हैं वो या तो दिल्ली से हैं या हरियाणा से।
असम और अंडमान से कौन पंहुचा बर्मिंघम
भारत में असम जनसंख्या के मामले में 15वें स्थान पर है। भले ही जितनी सुविधाऐं खिलाड़ियों को दिल्ली और हरियाणा में मिलती हैं उतनी सुविधाऐं असम में नहीं मिल पाती लेकिन फिर भी असम से इस बार 7 खिलाड़ी कॉमनवेल्थ गेम्स में पंहुचे हैं। इनमें से कम से कम 4 से मेडल की उम्मीद भी की जा रही है।
असम से लवलीना बोरगोहेन एक मुक्केबाज हैं जिन्होंने टोक्यो ओलंपिक में जबरदस्त प्रदर्शन कर भारत के लिए कांस्य पदक हासिल किया था। इस बार भी भारत को उनसे काफी उम्मीदें है। वहीं भारतीय वेटलिफ्टर हजारिका पोपी ने उज्बेकिस्तान के ताशकंद में आयोजित कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप 2021 में विमेंस वर्ग के 59 किग्रा प्रतिस्पर्धा में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। उन पर भी सभी निगाहें टिकी हैं। इसके अलावा असम से हिमा दास, आईएएएफ वर्ल्ड अंडर 20 एथलेटिक्स चैम्पियनशिप की 400 मीटर दौड़ स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं।
अंडमान में साइकलिंग करने वाले खिलाड़ी ज्यादा हैं।अंडमान निकोबार के युवा साइकिलिस्ट इसो अलबेन से इस बार मेडल की उम्मीद की जा रही है। इसो अलबेन के नाम कई रिकार्ड भी हैं।
बहरहाल, खेल प्रेमियों की निगाहें राष्ट्रमंडल खेल पर बनी हुई है। देखना ये होगा इस बार भारत की तरफ से बर्मिंघम पंहुचने वाले खिलाड़ी भारत का कद कितना उंचा करते हैं और कितने मेडल देश के नाम होते हैं।