दिल्ली तख्त के सामने झुकेंगे नहीं, ईडी की कार्रवाई पर शरद पवार ने कहा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 25, 2019 16:12 IST2019-09-25T15:32:53+5:302019-09-25T16:12:57+5:30
प्रवर्तन निदेशालय ने महाराष्ट्र सहकारी बैंक घोटाला मामले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार, उनके भतीजे और पूर्व उप मुख्यमंत्री अजीत पवार व अन्य के खिलाफ धनशोधन का आपराधिक मामला दर्ज किया है। यह घोटाला करीब 25 हजार करोड़ का बताया जा रहा है।

अगर किसी ने मुझे जेल भेजने की योजना बनाई है, तो मैं इसका स्वागत करता हूं।
राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा कि 27 सितंबर को प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर जाऊंगा, ईडी की ओर से किसी भी तरह की ‘आवभगत’ के लिए तैयार हूं। पवार ने अपने खिलाफ ईडी की कार्रवाई पर कहा, हमें दिल्ली के तख्त के आगे झुकना नहीं आता।
Sharad Pawar, Nationalist Congress Party: I will myself go to Enforcement Directorate on 27 September to give all information what I have with me about this case (a money laundering case). pic.twitter.com/w2mFXkaBdJ
— ANI (@ANI) September 25, 2019
राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने मंगलवार को कहा कि वह प्रवर्तन निदेशालय द्वारा उनके खिलाफ दर्ज धनशोधन के मामले के सिलसिले में 27 सितंबर को एजेंसी के दफ्तर जाएंगे। पवार ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई के समय पर भी सवाल उठाया।
ईडी ने 21 अक्टूबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले ही यह कार्रवाई की है। राकांपा अध्यक्ष ने कहा कि वह 27 सितंबर को दोपहर 2 बजे ईडी दफ्तर जाएंगे और महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाले के सिलसिले में जो भी जानकारी उनके पास होगी, एजेंसी को देंगे।
पवार ने कहा, ‘‘मैं विधानसभा चुनाव के प्रचार के लिए अधिकतर मुंबई से बाहर रहूंगा। एजेंसी के अधिकारियों को यह नहीं समझना चाहिए कि मैं उपलब्ध नहीं हूं। मैं उनके पास जाऊंगा और जो भी जानकारी वे चाहते हैं, उन्हें दूंगा।’’ उन्होंने कहा कि वह भारत के संविधान में भरोसा रखते हैं।
पवार ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र छत्रपति शिवाजी महाराज के विचारों पर चलता है। हमें दिल्ली तख्त के सामने झुकना नहीं आता।’’ ईडी ने बैंक घोटाले के सिलसिले में पवार, उनके भतीजे अजीत पवार तथा अन्य के खिलाफ धनशोधन का मामला दर्ज किया है। मामला मुंबई पुलिस में दर्ज एक प्राथमिकी पर आधारित है।
प्रवर्तन निदेशालय ने महाराष्ट्र सहकारी बैंक घोटाला मामले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार, उनके भतीजे और पूर्व उप मुख्यमंत्री अजीत पवार व अन्य के खिलाफ धनशोधन का आपराधिक मामला दर्ज किया है। यह घोटाला करीब 25 हजार करोड़ का बताया जा रहा है।
शरद पवार ने कहा है कि उन्हें पता नहीं है कि उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। यदि दर्ज किया गया है, तो वे इसका स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि वे कभी भी किसी बैंक के निदेशक नहीं थे। उन्होंने कहा कि उनके दौरों में जनता से मिल रहे समर्थन की वजह से यह कार्रवाई किए जाने की आशंका है।
पवार ने कहा, अगर मुझे जेल जाना पड़े तो कोई दिक्कत नहीं है। मुझे प्रसन्नता होगी क्योंकि मुझे यह अनुभव कभी नहीं हुआ, अगर किसी ने मुझे जेल भेजने की योजना बनाई है, तो मैं इसका स्वागत करता हूं।
Sharad Pawar, NCP, on his nephew&he named in money laundering case investigated by Enforcement Directorate: Case has been registered. I've no problem if I've to go to jail. I'll be pleased as I've never had this experience. If someone plans to send me to jail,I welcome it. (24.9) pic.twitter.com/By6yaHaHKY
— ANI (@ANI) September 25, 2019
क्या है पूरा मामला
यह मामला मुंबई पुलिस की एफआईआर के आधार पर दर्ज किया गया है जिसमें बैंक के पूर्व अध्यक्ष, महाराष्ट्र के पूर्व उप मुख्यमंत्री अजीत पवार और सहकारी बैंक के 70 पूर्व पदाधिकारियों के नाम हैं, जिन लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं, उनमें अधिकतर बैंक के पूर्व निदेशक हैं। जानकारी के अनुसार ईडी ने पवार के अलावा विजयसिंह मोहिते पाटिल, अमरसिंह पंडित, दिलीपराव देशमुख, ईश्वरलाल जैन, शेकाप नेता जयंत पाटिल, शिवाजीराव नलावड़े, शिवसेना के नेता आनंदराव अडसूल, राजेंद्र शिंगणे और दिवंगत मदन पाटिल के विरोध में मामला दर्ज किया है। बयान दर्ज करने के लिए जल्द भेजा जाएगा
महाराष्ट्र सहकारी बैंक घोटाला मामले में ईडी ने शरद पवार और अन्य पर मामला दर्ज किया
प्रवर्तन निदेशालय ने महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाला मामले में राष्ट्रवादी कांग्रेस प्रमुख शरद पवार, उनके भतीजे अजीत पवार और अन्य के खिलाफ धन शोधन का मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसी द्वारा धन शोधन निरोधक अधिनियम के तहत पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर के तुल्य मानी जाने वाली प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज की गई है। यह मामला मुंबई पुलिस की एफआईआर के आधार पर दर्ज किया है जिसमें बैंक के पूर्व अध्यक्ष, महाराष्ट्र के पूर्व उप मुख्यमंत्री अजीत पवार और सहकारी बैंक के 70 पूर्व पदाधिकारियों का नाम है। यह मामला ऐसे समय दर्ज किया गया है जब राज्य में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने हैं।