नागपुरः केंद्रीय मंत्री गडकरी, उपमुख्यमंत्री फड़नवीस और चंद्रशेखर बावनकुले की उपस्थिति में देशमुख भाजपा में होंगे शामिल, कांग्रेस को 18 जून को देंगे झटका
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 15, 2023 19:43 IST2023-06-15T19:42:33+5:302023-06-15T19:43:44+5:30
नागपुर जिले में कटोल से भाजपा के विधायक रहे आशीष देशमुख कुछ साल पहले पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गये थे। हाल में कांग्रेस ने निलंबित कर दिया।

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नागपुरः महाराष्ट्र के पूर्व विधायक आशीष देशमुख 18 जून को यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो जाएंगे। उनके करीबी सूत्र ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। नागपुर जिले में कटोल से भाजपा के विधायक रहे आशीष देशमुख कुछ साल पहले पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गये थे। हाल में उन्हें कांग्रेस ने निलंबित कर दिया।
सूत्र ने बताया कि रविवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले की उपस्थिति में आशीष देशमुख भाजपा में शामिल होंगे। देशमुख के पिता रंजीत देशमुख प्रदेश कांग्रेस प्रमुख रहे थे। बाद में उन्होंने पार्टी छोड़ अपना नया संगठन बना लिया।
महाराष्ट्र के पूर्व विधायक आशीष देशमुख ने खुद को कांग्रेस से निष्कासित किए जाने पर पार्टी पर हमला किया था। देशमुख ने कहा था कि पार्टी की राज्य इकाई गलत लोगों के हाथों में है। प्रदेश कांग्रेस ने हाल ही में देशमुख को पार्टी नेतृत्व के खिलाफ उनके सार्वजनिक बयानों को लेकर पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य कांग्रेस अनुशासन समिति के अध्यक्ष पृथ्वीराज चव्हाण ने 22 मई को एक पत्र के माध्यम से देशमुख के निष्कासन का आदेश जारी किया था। पत्र में कहा गया है कि समिति ने देशमुख के नौ अप्रैल को दिए गए जवाब पर चर्चा की। पार्टी ने देशमुख को एक बयान के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
इस बयान में उन्होंने कहा था कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को “मोदी उपनाम” वाली टिप्पणी मामले पर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय से माफी मांगनी चाहिए। देशमुख नागपुर के कटोल से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व विधायक थे, जो बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
देशमुख ने एक बयान में कहा, “मुझे पार्टी से निकालने का फैसला पूरी तरह से गलत है। यह कार्रवाई दर्शाती है कि कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई का नेतृत्व गलत लोगों के हाथों में है। अगर राहुलजी गांधी के एक बयान से पूरे ओबीसी समुदाय का अपमान होता है और उसके कारण इस समुदाय के सदस्यों को ठेस पहुंची है, तो राहुलजी को कांग्रेस पार्टी की खातिर ओबीसी से माफी मांगनी चाहिए।”
गौरतलब है कि नागपुर दक्षिण पश्चिम विधानसभा सीट से देशमुख को 2019 में 50,000 मतों के अंतर से फड़नवीस के हाथों हार मिली थी। देशमुख ने इस साल जनवरी में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले को पद से हटाने की मांग की थी, जिसके बाद अप्रैल में उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया था।