महाराष्ट्र चुनाव: उद्धव ठाकरे का बयान, 'बीजेपी-शिवसेना गठबंधन के लिए करने पड़े समझौते, बड़े-छोटे भाई जैसा कुछ नहीं'
By अभिषेक पाण्डेय | Updated: October 5, 2019 10:22 IST2019-10-05T10:16:10+5:302019-10-05T10:22:48+5:30
BJP-Shiv Sena alliance: बीजेपी-शिवसेना गठबंधन पर उद्धव ठाकरे ने कहा है कि इसके लिए दोनों पार्टियों को करने पड़े समझौते, बड़े और छोटे भाई जैसा कुछ नहीं

बीजेपी-शिवसेना के बीच महाराष्ट्र चुनावों के लिए सीटों का बंटवारा तय
मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और उद्धव ठाकरे दोनों ने स्वीकार किया है कि आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी और शिवसेना के बीच गठबंधन करने के लिए उन्होंने समझौते किए हैं। 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव 21 अक्टूबर को होने हैं और मतगणना 24 अक्टूबर को होगी।
ये पूछे जाने पर कि शिवसेना ने कम संख्या में सीटें स्वीकार कर ज्यादा बड़ा समझौता किया है, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, 'लोकसभा चुनावों के बाद महाराष्ट्र में माहौल बदल गया है। शुरू में सवाल ये था कि गठबंधन होगा या नहीं, लेकिन हम साथ आए हैं। बड़े और छोटे भाई जैसा कुछ नहीं होता, अच्छी बात ये है कि भाईचारा कायम है।'
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहले उद्धव ठाकरे पहुंचे और उसके कुछ देर बाद फड़नवीस पहुंचे और उन्होंने ही इसकी शुरुआत की। इन दोनों नेताओं ने कहा कि आगामी चुनावों में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को भारी जीत हासिल होगी।
फड़नवीस ने की आदित्य ठाकरे की तारीफ
वहीं इस कॉन्फ्रेंस के शुरू होने के कुछ देर बाद वहां पहुंचे आदित्य ठाकरे का देवेंद्र फड़नवीस ने स्वागत किया। उन्होंने कहा, 'हम ये कदम उठाने के लिए उनका स्वागत करते हैं और हम ये सुनिश्चित करेंगे कि आदित्य मुंबई में बड़े वोटों के साथ जीत दर्ज करें।'
शिवसैनिक नेताओं के इस दावे कि आदित्य ठाकरे अगले मुख्यमंत्री बनेंगे, उद्धव ठाकरे ने कहा, 'शिवसैनिकों की महत्वाकांक्षा में कुछ भी गलत नहीं है।'
आदित्य ठाकरे की राजनीति में एंट्री पर उद्धव ने कहा, ये पहला कदम है और हम धीरे-धीरे इसकी ओर बढ़ेंगे, लेकिन मुख्यरूप से आदित्य का सपना महाराष्ट्र की भलाई का है।
बीजेपी और शिवसेना ने आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए गठबंधन किया है। शुक्रवार को फड़नवीस और उद्धव ठाकरे ने इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों पार्टियों के बीच टिकट बंटवारे की घोषणा भी की। इस घोषणा के मुताबिक, बीजेपी अपने सहयोगियों समेत कुल 164 और शिवसेना 124 सीटों पर लड़ेगी। बीजेपी इनमें से 150 सीटों पर खुद लड़ेगी, जबकि 14 सीटों पर उसके सहयोगी दल चुनाव लड़ेंगे।