शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बड़े बेटे आदित्य ठाकरे ने आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में उतरने का ऐलान किया है। आदित्य ठाकरे वर्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।
आदित्य ठाकरे चुनाव लड़ने वाले ठाकरे परिवार के पहले सदस्य हैं। बालासाहब ठाकरे द्वारा 1966 में शिवसेना की स्थापना के बाद से परिवार के किसी सदस्य ने न तो चुनाव लड़ा है और नही कोई संवैधानिक पद ग्रहण किया है।
एनसीपी उतारेगी आदित्य ठाकरे के खिलाफ मजबूत उम्मीदवार
इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने ऐलान किया है वह वर्ली सीट से चुनाव लड़ने जा रहे आदित्य ठाकरे के खिलाफ मजबूत उम्मीदवार उतारेगी।
एनसीपी नेता अजित पवार ने ऐलान किया है कि आदित्य ठाकरे को चुनाव में वर्ली सीट पर एनसीपी की मजबूत चुनौती का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हम आदित्य को खिलाफ मजबूत उम्मीदवार खड़ा करेंगे। इसकी घोषणा 2 अक्टूबर को की जाएगी। आदित्य ठाकरे को चुनाव मैदान में उतारकर शिवसेना की नजरें सीएम पद पर
आदित्य ठाकरे को चुनाव मैदान में उतारकर शिवसेना की नजरें मुख्यमंत्री पद पर हैं। पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि आदित्य ठाकरे उपमुख्यमंत्री नहीं बनेंगे और अगर ठाकरे परिवार का कोई सदस्य सरकार में शामिल होता है वह पद मुख्यमंत्री का होना चाहिए।
शिवे सेना नेता संजय राउत ने कहा, 'अगर वह (आदित्य) युवाओं का नेतृत्व कर रहे हैं तो वह सरकार भी चला सकते हैं। अगर शिव सेना परिवार का कोई सदस्य सरकार में शामिल होता है, तो वह सिर्फ उपमुख्यमंत्री का पद नहीं होगा, बल्कि उन्हें मुख्यमंत्री बनना चाहिए।'