नागपुर: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस द्वारा दक्षिण पश्चिम नागपुर से भाजपा उम्मीदवार के रूप में दाखिल नामांकन को लेकर शनिवार को दिनभर उठापटक चली। बहरहाल आर.ओ. (रिटर्निंग ऑफिसर) ने शाम को सभी आपत्तियों को खारिज कर नामांकन को वैध घोषित कर दिया। इस बीच कांग्रेस ने नामांकन में धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए शहर के सदर थाने के साथ-साथ चुनाव अधिकारी एवं चुनाव आयोग से गुहार लगाई है।
भाजपा ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस वातावरण खराब करने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस प्रत्याशी आशीष देशमुख ने सुबह आर.ओ. के सामक्ष फडनवीस के नामांकन पर आपत्ति जताते हुए कहा कि हलफनामे में नोटरी की मुहर में स्पष्ट लिखा है कि उनका लाइसेंस 28 दिसंबर 18 को समाप्त हो चुका है। नामांकन के बाद दस्तावेज जोड़े गए हैं। इसी प्रकार मुख्यमंत्री ने रामगिरी जैसे सरकारी निवास का बकाया नहीं होने का प्रमाणपत्र पेश नहीं किया।
जानकारी मिलते ही शहर भाजपा महासचिव संदीप जोशी भी समर्थकों के साथ पहुंच गए। इसी बीच मुख्यमंत्री का पक्ष रखने के लिए अधिवक्ता उदय डवले को अधिकृत करने का फैसला करते हुए इस संदर्भ में पत्र फैक्स से भेजा गया। लेकिन विपक्ष ने फैक्स पर हस्ताक्षर नहीं होने की बात कहते हुए इसका भी विरोध किया।
इस बीच आर.ओ. ने नामांकन को सील करते हुए दोपहर चार बजे सुनवाई का फैसला किया। इस बीच आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार ने भी नामांकन पर आपत्ति उठाते हुए कहा कि उन्होंने टेलीफोन, निवास आदि का बकाया होने का प्रमाणपत्र पेश नहीं किया है। कांग्रेस एवं आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शाम को नामांकन रद्द करने की मांग करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन भी किया।