महाराष्ट्र चुनाव: बीजेपी 'बड़े भाई' की भूमिका में, शिवसेना 50-50 फॉर्मूले से पीछे हटी, इतनी सीटों पर हुआ समझौता?
By अभिषेक पाण्डेय | Updated: October 1, 2019 10:31 IST2019-10-01T10:31:27+5:302019-10-01T10:31:27+5:30
BJP, Shiv Sena: बीजेपी और शिवसेना ने सोमवार को आगामी विधानसभा चुनावों में साथ-साथ लड़ने का फैसला किया है, लेकिन सीटों के बंटवारे पर आधिकारिक घोषणा होना बाकी है

बीजेपी पहली बार शिव सेना से ज्यादा सीटों पर लड़ेगी विधानसभा चुनाव?
बीजेपी और शिवसेना ने आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए सोमवार को गठबंधन का ऐलान कर दिया। ये ऐलान दोनों पार्टियों द्वारा जारी एक संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में किया गया है।
हालांकि दोनों पार्टियों के बीच अभी सीटों के बंटवारों को लेकर आधिकारिक फैसला नहीं हुआ है, लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक इन दोनों पार्टियों के बीच सीटों का बंटवारा हो गया है और 288 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी 162 और शिव सेना 126 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है।
पहली बार बीजेपी होगी प्रमुख साझेदार की भूमिका में
अगर ऐसा हुआ तो अब तक महाराष्ट्र में अब तक बड़े साझेदार की भूमिका में रही शिव सेना से ये तमगा छिन जाएगा और बीजेपी प्रमुख भूमिका में आ जाएगी। इससे पहले 2019 लोकसभा चुनावों में भी बीजेपी ने 25 जबकि शिवसेना ने 23 सीटों पर चुनाव लड़ा था।
इससे शिव सेना के 50-50 फॉर्मूले से पीछे हटने के संकेत भी मिल रहे हैं, जिसके तहत दोनों पार्टियों को 144-144 सीटों पर चुनाव लड़ना था।
2014 में बीजेपी ने जीती थी शिवसेना से ज्यादा सीटें
2014 के विधानसभा चुनावों में इन दोनों पार्टियों ने अकेले चुनाव लड़ा था और बीजेपी ने 122 और शिव सेना ने 63 सीटें जीती थीं।
शिवसेना के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि 90 के दशक में बीजेपी शिवसेना से ज्यादा सीटों की गुहार लगाती थी और अब शिवसेना बीजेपी की दया पर निर्भर है।
इससे पहले सोमवार को महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल और वरिष्ठ शिवसेना नेता सुभाष देसाई द्वारा जारी हस्ताक्षरित संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति के साथ ही आगामी विधानसभा चुनावों में दोनों पार्टियों ने साथ चुनाव लड़ने का ऐलान किया।
वहीं सोमवार को ही शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने वर्ली से चुनाव लड़ने का ऐलान किया। इसके साथ ही आदित्य ठाकरे परिवार के ऐसे पहले सदस्य बन गए हैं, जो चुनाव लड़ेंगे।