महाराष्ट्र विधानसभा चुनावः चुनाव आयोग ने दलों से कहा- बैलेट पेपर अब इतिहास, प्लास्टिक इस्तेमाल न कीजिए
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 18, 2019 07:15 PM2019-09-18T19:15:11+5:302019-09-18T19:15:11+5:30
कुछ राजनीतिक दल खर्च की सीमा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं जबकि अन्य इसमें कटौती चाहते हैं। अरोड़ा ने कहा कि केंद्रीय बलों का एक स्थान से दूसरे स्थान तक आवागमन चुनाव की तारीख पर फैसला करने में महत्वपूर्ण कारक है। वाम अतिवाद से प्रभावित इलाकों में और ज्यादा केंद्रीय सशस्त्र बलों की तैनाती की जाएगी।
चुनाव आयोग के सीईसी सुनील अरोड़ा ने कहा कि राजनीतिक दल चुनाव के समय प्लास्टिक इस्तेमाल करने से बचिए। अरोड़ा ने कहा कि हमने मुंबई में दलों, प्रशासन, केंद्रीय एजेंसियों और राज्य के अधिकारियों से बातचीत की है। मुंबई में महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों पर मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि कुछ राजनीतिक दलों ने कहा है कि चुनाव दिवाली के बाद होने चाहिए।
मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सुनील अरोड़ा ने बुधवार को कहा कि वामपंथी चरमपंथ से प्रभावित क्षेत्रों में अधिक केंद्रीय सशस्त्र बल तैनात किए जाएंगे। अगले महीने राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले संवाददाताओं को संबोधित करते हुए अरोड़ा ने कहा कि मतदान की तारीखें तय करने में केंद्रीय बलों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाना एक महत्वपूर्ण कारक है।
CEC Sunil Arora: We asked chief secretary whether we should continue our work there (Sangli, Satara&Kolhapur dists affected by floods recently) or not, if they make a need based case for something then the Commission will consider sympathetically #Maharashtrahttps://t.co/VQTsgK0QXW
— ANI (@ANI) September 18, 2019
कुछ राजनीतिक दल खर्च की सीमा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं जबकि अन्य इसमें कटौती चाहते हैं। अरोड़ा ने कहा कि केंद्रीय बलों का एक स्थान से दूसरे स्थान तक आवागमन चुनाव की तारीख पर फैसला करने में महत्वपूर्ण कारक है। वाम अतिवाद से प्रभावित इलाकों में और ज्यादा केंद्रीय सशस्त्र बलों की तैनाती की जाएगी।
उन्होंने कहा कि हमेशा की तरह चुनाव की तारीखों की घोषणा जल्द ही दिल्ली में की जाएगी। उन्होंने कहा कि मतदाता पर्ची का वितरण जल्दी शुरू किया जाना चाहिए। महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने आश्वासन दिया है कि इस संबंध में अधिक ध्यान दिया जाएगा।
Chief Election Commissioner Sunil Arora: Electronic Voting Machines (EVMs) cannot be tampered. EVMs can malfunction but cannot be tampered. https://t.co/yTbyz2748i
— ANI (@ANI) September 18, 2019
अरोड़ा ने कहा कि कुछ राजनीतिक दलों ने चुनाव खर्च सीमा बढ़ाने की मांग की है वहीं कुछ अन्य ने इसे कम करने को कहा है। पार्टियों ने यह भी कहा कि वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग लोगों की सुविधा के लिए मतदान केंद्र भूतल पर स्थित होने चाहिए। अरोड़ा ने कहा कि राज्य प्रशासन ने पहले ही कई मतदान केंद्रों को भूतल पर स्थानांतरित कर दिया है।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की उनकी यात्रा के दौरान चुनाव आयुक्तों ने बुधवार को राजनीतिक दलों, जिला प्रशासन और केंद्रीय नियामक एजेंसियों, मुख्य सचिव, डीजीपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की तथा राज्य विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की।
मुंबई में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव पर मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि कुछ राजनीतिक दलों ने बैलेट पेपर के माध्यम से मतदान के बारे में पूछा है। हमने उन्हें बताया है कि यह संभव नहीं है, अब इसका इतिहास है।
Chief Election Commissioner Sunil Arora on Maharashtra Assembly elections, in Mumbai: Few political parties have asked about voting through ballot paper. We have told them it is not possible, its history now. pic.twitter.com/P4Baor0Iyp
— ANI (@ANI) September 18, 2019