महाराष्ट्र चुनाव: किसी भी समय जारी हो सकती है कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची
By शीलेष शर्मा | Updated: September 28, 2019 19:55 IST2019-09-28T19:55:36+5:302019-09-28T19:55:36+5:30
पार्टी सूत्रों के अनुसार कल रात इस सूची को जारी करने के लिए संसदीय बोर्ड में बैठे लोग प्रयास करते रहे, तैयार सूची लेकर यह कर्मचारी महाराष्ट्र के प्रभारी महासचिव मल्लिकार्जुन खड़गे के पास गए ताकि उनकी स्वीकृति मिलते ही उम्मीदवारों की सूची सार्वजनिक कर दी जाए.

महाराष्ट्र के कांग्रेस प्रभारी महासचिव मल्लिकार्जुन खड़गे। (फाइल फोटो)
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस नेतृत्व ने 110 उम्मीदवारों के नाम पर अपनी मोहर लगा दी है. बावजूद इसके पार्टी द्वारा अभी तक उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की गयी है. संभावना है कि पिृतपक्ष समाप्त होते ही कांग्रेसमहाराष्ट्र के कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर देगी.
पार्टी सूत्रों के अनुसार कल रात इस सूची को जारी करने के लिए संसदीय बोर्ड में बैठे लोग प्रयास करते रहे, तैयार सूची लेकर यह कर्मचारी महाराष्ट्र के प्रभारी महासचिव मल्लिकार्जुन खड़गे के पास गए ताकि उनकी स्वीकृति मिलते ही उम्मीदवारों की सूची सार्वजनिक कर दी जाए.
लेकिन मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह कहकर सूची रोक दी कि फिलहाल वे इसे सार्वजनिक ना करें और इस पर फैसला जल्द लिया जाएगा, हालांकि खड़गे ने उस सूची का अवलोकन किया और उसमें पाए गए नामों को सही ठहराते हुए इस बात की पुष्टि की कि जिन पार्टी की चुनाव समिति ने उम्मीदवारों के नाम पर स्वीकृति दी है उन्हीं के नाम इस सूची में है.
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार खड़गे द्वारा सूची जारी ना करने के पीछे संभवत: पिृत पक्ष का होना बताया जा रहा है. हालांकि पार्टी विभिन्न राज्यों के उप चुनावों के लिए उम्मीदवारों की सूची तैयारी करने में कोई संकोच नहीं कर रही है.
दूसरी ओर हरियाणा के लिए भी पार्टी उम्मीदवारों का चयन का काम जारी है, माना जा रहा है कि अगले दो दिनों में हरियाणा की सूची भी जारी कर दी जाएगी. सूची को अंतिम रुप देने के लिए पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता जिनमें गुलाम नबी आजाद, कुमारी सैलजा, मधुसुदन मिस्त्री सहित दूसरे नेता माथापच्ची कर रहे है.
दरअसल यह कवायत इसलिए करनी पड़ रही है कि 90 सीटों वाली विधानसभा में टिकट मांगने वालों की संख्या 1400 से अधिक पहुंच चुकी है. परिणामस्वरुप नेतृत्व समझ नहीं पा रहा है कि किसे उम्मीदवार बनाया जाए और किसे नहीं. पार्टी ने सिद्धांत रुप में यह फैसला लिया है कि एक परिवार के एक सदस्य को ही उम्मीदवार बनाया जाएगा चाहे उस परिवार के कितने ही सदस्य टिकट पर दावेदारी ही क्यों ना ठोक रहे हों. नेतृत्व के इस फैसले से भूपेंद्र सिंह हुड्डा, किरण चौधरी, कुलदीप विश्नोई और रणजीत सिंह जैसे नेताओं के सामने संकट खड़ा हो गया है क्योंकि इनके परिवारों से अनेक सदस्यों ने टिकट के लिए आवेदन किया है.