शरद पवार के बार-बार अजित से मिलने से असहज है कांग्रेस, एनसीपी नेता के बिना भी लड़ सकती है लोकसभा चुनाव, आलाकमान लेगा फैसला
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: August 15, 2023 04:35 PM2023-08-15T16:35:01+5:302023-08-15T16:36:15+5:30
खबर आई थी कि कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार के बिना आगामी 2024 का आम चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं। अब इस पर महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि अंतिम निर्णय पार्टी आलाकमान लेगा।
मुंबई: महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर हलचल है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता अजित पवार की बगावत और बीजेपी गठबंधन के साथ जाने के बाद शरद पवार ने साफ किया था कि वह बीजेपी और शिंदे गठबंधन के साथ हाथ नहीं मिलाएंगे। लेकिन कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) को शरद पवार पर पूरा यकीन नहीं हो पा रहा है।
शरद पवार बार-बार अपने बागी भतीजे अजीत पवार, जिन्होंने भाजपा से हाथ मिला लिया है, से मिल रहे हैं। यह महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के सहयोगियों को परेशान कर रहा है। हाल ही में खबर आई थी कि कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार के बिना आगामी 2024 का आम चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं। अब इस पर महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि अंतिम निर्णय पार्टी आलाकमान लेगा।
पटोले ने स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण समारोह के बाद पार्टी मुख्यालय तिलक भवन में संवाददाताओं से कहा कि पवार परिवार की गुप्त मुलाकातें कांग्रेस के लिए चिंता का विषय हैं। बेशक, यह हमें परेशान करता है। लेकिन मैं इस पर (एमवीए) अंतिम निर्णय नहीं ले सकता। नाना पटोले ने कहा कि कांग्रेस का स्पष्ट रुख है कि वह बीजेपी से लड़ने के लिए तैयार सभी लोगों के साथ जुड़ेगी।
दूसरी तरफ कयासों के बीच राकांपा नेता और लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से कांग्रेस और सेना (यूबीटी) के प्रमुख नेताओं से बात की है। राकांपा मुख्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद सुप्रिया सुले ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि किसी और को हमारे बारे में चिंता करने की कोई जरूरत है। सुले ने कहा कि उनके पिता और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने सोलापुर जिले के सांगोला में एक संवाददाता सम्मेलन में भाजपा के बारे में अपना रुख स्पष्ट किया था। पवार ने कहा था कि वह बीजेपी से हाथ नहीं मिलाएंगे।
बता दें कि कांग्रेस और शिव सेना (यूबीटी) दोनों ने शरद पवार और अजित पवार के बीच बार-बार होने वाली बैठकों पर खुलकर असंतोष व्यक्त किया है। सेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के एमवीए गठबंधन और पवार के कार्यों के बारे में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से बात करने की संभावना है। नाना पटोले पहले ही इस बारे में राहुल गांधी से बात कर चुके हैं। पटोले ने उद्धव ठाकरे और राज्यसभा सांसद संजय राउत के साथ भी इस बारे में ढाई घंटे से अधिक समय तक बैठक की थी।
चुनावी तैयारियों के लिए कांग्रेस ने अपने पर्यवेक्षकों को महाराष्ट्र के सभी 48 लोकसभा क्षेत्रों का दौरा करने और जमीनी हकीकत का विश्लेषण करने के लिए कहा है। इन सभी पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट पर 16 अगस्त को मुंबई में होने वाली पार्टी की कोर कमेटी की बैठक में चर्चा की जाएगी।