Nationalist Congress Party: महाराष्ट्र में चल रहे सियासी भूचाल के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सांसद सुनील तटकरे और प्रफुल्ल पटेल को पार्टी से निकालने की घोषणा की। लेकिन इसके कुछ ही देर बाद प्रफुल्ल पटेल ने जानकारी देते हुए कहा है कि हमने जयंत पाटिल को महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया है और उनकी जगह सुनील तटकरे को महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। महाराष्ट्र से जुड़े फैसले सुनील लेंगे।
इस ताजा घटनाक्रम के बाद ये सवाल भी उठने लगे हैं कि आखिर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) आखिर किसकी है। अजित पवार के साथ बीते दिन शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने वाले नौ विधायकों को एनसीपी अनुशासन समिति ने अयोग्य घोषित करने का प्रस्ताव पास किया था। भतीजे अजित पवार की बगावत के बाद शरद पवार ने कहा कि मेरे पास पहले विधायकों के जाने के 2-3 पुराने अनुभव हैं और ये कोई नई स्थिति नहीं है।
हाल ही में जयंत पाटिल ने कहा था कि विधानसभा में हमारी पार्टी के 53 विधायक हैं, जिनमें से 9 छोड़कर गए हैं लेकिन बाकी हमारे साथ हैं। लेकिन अजीत पवार के साथ बीजेपी और शिंदे खेमे से हाथ मिलाने वाले गुट का कहना है कि वही असली एनसीपी हैं और उनके साथ पार्टी के सभी विधायक हैं।
बता दें कि प्रफुल्ल पटेल शरद पवार के सबसे करीबी और भरोसेमंद लोगों में गिने जाते रहे हैं। 3 जुलाई को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस से मिलने के बाद प्रफुल्ल पटेल ने प्रेस कांफ्रेंस की और कहा कि हमने जयंत पाटिल को पद से हटाने की सूचना दे दी है और पार्टी में जो बदलाव करने थे वो कर दिया है। उन्होंने कहा कि अजीत पवार के नेतृत्व में एक नई शुरुआत है और हम सीएम एकनाथ शिंदे के साथ हैं।
इस दौरान अजित पवार भी मौजूद रहे और कहा कि विधायकों की बड़ी संख्या हमारे साथ है और हम पीएम मोदी के नेतृत्व में काम करेंगे।