मध्यप्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत के ओएसडी के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज किया है. यह मामला एक सामाजिक कार्यकर्ता ने दर्ज कराया है.
पुलिस के अनुसार ऐशबाग थाना क्षेत्र में रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता भुवनेश्वर मिश्रा ने कमल नागर के खिलाफ लोकायुक्त से लेकर अधिकारियों तक भ्रष्टाचार की शिकायत की थी. इससे मंत्री के ओएसडी नाराज थे. इस नाराजगी के चलते कमल नागर ने परिवहन मंत्री के लैंडलाइन नंबर से उन्हें फोन कर जान से मारने की धमकी दी थी. मिश्रा ने कहा कि उन्हें नागर ने फोन पर कहा कि मैंने शिकायत क्यों की, अब वो मुझे उसे जान से मरवा देंगे.
पूरे प्रदेश का परिवहन विभाग मैं ही चलाता हूं. इस धमकी भरी चर्चा की मिश्रा ने आडियो रिकार्डिंग और काल डिटेल निकालकर राजधानी के टीटी नगर थाना पुलिस को देते हुए शिकायत की. पुलिस ने इस शिकायत को जांच में रखा है, लेकिन कार्रवाई नहीं की. इसके बाद मिश्रा ने इस पूरी घटना की शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से की. वहां भी उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई तो उन्होंने अदालत की शरण ली और याचिका दायर की.
अदालत में प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट अमित निगम ने भुवनेश्वर मिश्रा की याचिका पर सुनवाई करते हुए परिवहन मंत्री के लैंडलाइन नंबर की काल डिटेल बुलाई थी. इस काल डिटेल से यह साबित हुआ कि मंत्री के लैंडलाइन नंबर से मिश्रा के मोबाइल पर काल किया गया था. इसी काल डिटेल के आधार पर न्यायिक मजिस्ट्रेट ने कमल नागर के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज करने के आदेश दिए. कोर्ट ने आदेश में कहा कि आरोपित के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मौजूद हैं.