संविदा शिक्षक की भर्ती में फर्जी दिव्यांग प्रमाणपत्र लगाकर सरकारी नौकरी हासिल करने वाले 77 अभ्यर्थियों के खिलाफ प्राथमिकी, सभी की सेवा समाप्त
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 22, 2023 14:07 IST2023-06-22T14:07:06+5:302023-06-22T14:07:52+5:30
मुरैना के जिला शिक्षा अधिकारी ए के पाठक की शिकायत पर इन शिक्षकों के खिलाफ यहां सिटी कोतवाली में धोखाधड़ी एवं कूटरचित दस्तावेज लगाने के लिए यह प्राथमिकी दर्ज की गई और इन सभी की सेवा समाप्त कर दी गई है।

शिक्षक नौकरी में फर्जी विकलांग प्रमाण पत्र लगाने वाले 77 शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज किया गया है और विस्तृत जांच जारी है।
मुरैनाः मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में संविदा शिक्षक वर्ग-3 की भर्ती में फर्जी दिव्यांग प्रमाणपत्र लगाकर सरकारी नौकरी हासिल करने वाले 77 अभ्यर्थियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
यह जानकारी एक अधिकारी ने दी। मुरैना के जिला शिक्षा अधिकारी ए के पाठक की शिकायत पर इन शिक्षकों के खिलाफ यहां सिटी कोतवाली में धोखाधड़ी एवं कूटरचित दस्तावेज लगाने के लिए यह प्राथमिकी दर्ज की गई और इन सभी की सेवा समाप्त कर दी गई है।
पाठक ने मीडिया को बताया कि मध्य प्रदेश में संविदा शिक्षक वर्ग-3 की भर्ती परीक्षा में दिव्यांगों के लिए आरक्षित 750 पदों में से 450 पर मुरैना के दिव्यांगों की भर्ती होने का मामला सामने आया। उनके अनुसार इसके बाद कुछ निशक्त जनों ने लोक शिक्षण संचालनालय में फर्जी विकलांग प्रमाण पत्र द्वारा शिक्षक बनने की शिकायत की थी।
उन्होंने कहा कि लोक शिक्षण संचालनालय आयुक्त अनुभा श्रीवास्तव के निर्देश पर मुरैना जिलाधिकारी अंकति अस्थाना द्वारा कराई गई जांच में 77 प्रमाण पत्र फर्जी निकले थे, जिनकी सेवा समाप्त करने के आदेश जारी हो चुके हैं।
पाठक ने बताया कि जिन लोगों ने फर्जी विकलांग प्रमाण पत्र से नौकरी हासिल की, ऐसे 77 लोगों के खिलाफ बुधवार को मुरैना सिटी कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज करवा दी गई है। मुरैना सिटी कोतवाली थाने के प्रभारी योगेंद्र जादौन ने कहा कि शिक्षक नौकरी में फर्जी विकलांग प्रमाण पत्र लगाने वाले 77 शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज किया गया है और विस्तृत जांच जारी है।